कोलकाता. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित शमशेरगंज का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 30 अप्रैल को दीघा में एक सजावटी ढांचे का अनावरण करने जा रही हैं, जबकि यहां एक असली मंदिर खंडहर बन गया है और वह चुप हैं. हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों ने बताया कि कैसे उनकी दुकानें जला दी गयीं और घर मलबे में तब्दील हो गये. प्रभावित लोगों को केंद्र सरकार के समर्थन का आश्वासन देते हुए श्री मजूमदार ने भीड़ से कहा : डर को अपने ऊपर हावी न होने दें. डर केवल उन लोगों के हाथ मजबूत करता है, जो आपको चुप कराना चाहते हैं. उन्होंने कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में भी चिंता व्यक्त की और दावा किया कि स्थानीय पुलिस ने जनता का विश्वास खो दिया है.उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासक राज्य नेतृत्व के दबाव में काम कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि मुर्शिदाबाद और मालदा में जिला अधिकारियों को विस्थापित परिवारों को उनके जले हुए घरों में वापस भेजने का निर्देश दिया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब मुख्यमंत्री इमामों से मिलती हैं, तो वह मुस्लिमों से जमीन छीने जाने की बात करती हैं, लेकिन मुर्शिदाबाद में, किसको बेदखल किया गया है? ममता बनर्जी के नेतृत्व को ‘पूरी तरह से विफल’ बताते हुए डॉ मजूमदार ने कहा : पूरे बंगाल में लोगों में शर्मिंदगी की भावना बढ़ रही है. वह यहां आकर लोगों का कुछ विश्वास बहाल कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने हिंसा के दौरान जाफराबाद में मारे गये हरगोबिंद दास और चंदन दास के शोक संतप्त परिवारों से भी उन्होंने मुलाकात की.
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