कोलकाता.
राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की प्रदेश इकाई बंगाल में 1000 से अधिक सीएए सहायता शिविर लगायेगी. प्रदेश भाजपा द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर यहां आयोजित एक विशेष बैठक के बाद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इसकी जानकारी दी. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पूरे देश में लागू किया था. इसके तहत पड़ोसी बांग्लादेश, पाकिस्तान व अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के चलते भारत आने वाले गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जानी है.सीएए लागू हुए भले एक साल से अधिक समय हो गया, लेकिन अभी भी कई लोग इसकी प्रक्रिया से परिचित नहीं हैं. कई लोगों को यह नहीं पता कि आवेदन क्यों करना है, कैसे करना है. इस बार चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा नेतृत्व इस मुद्दे पर गंभीर है. इसीलिए इतनी बड़ी संख्या में सीएए शिविर लगाने का फैसला किया है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, ये शिविर विशेषकर मतुआ बहुल इलाकों में लगाये जायेंगे.
राज्य में मतुआ समुदाय की बड़ी आबादी है, जो दशकों पहले बांग्लादेश से यहां आकर बस गये थे. विशेषकर उत्तर 24 परगना व नदिया जिलों में मतुआ का खासा प्रभाव है. बताया गया कि 17 जिलों में विधानसभा के आधार पर सीएए सहायता शिविर खोलने के निर्देश दिये गये हैं. उन जिलों पर इस कार्य की अलग से निगरानी रखने का निर्देश भी दिया गया है, जहां मतुआ जैसे विस्थापित लोगों की बड़ी आबादी है. बैठक में मतुआ बहुल उत्तर 24 परगना व नदिया जिलों के के भाजपा विधायक भी मौजूद थे.भाजपा नेताओं के अनुसार, जिन लोगों ने सीएए के तहत नागरिकता के लिए अभी तक आवेदन नहीं किया है, वैसे लोगों को इसकी प्रक्रिया के बारे में समझाया जायेगा. साथ ही शिविर के माध्यम से आवेदन की सुविधा प्रदान की जायेगी. बैठक में भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने निर्देश दिया कि न केवल विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के लिए, बल्कि सीएए पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए. सूत्रों के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने राज्य भाजपा नेतृत्व से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि इन शिविरों के माध्यम से अधिक से अधिक आवेदन जल्द से जल्द जमा किये जायें. सीएए पर यह बैठक लगभग साढ़े चार घंटे तक चली.
इस संदर्भ में, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि हम बांग्लादेशी शरणार्थी हिंदुओं के पक्ष में हैं. यह हमारा घोषित रुख है. यह पहले दिन से ही भाजपा का एजेंडा है. कोविड महामारी के कारण सीएए के नियम बनाने में थोड़ी देरी हुई, लेकिन हम अब भी तैयार हैं. हम उनके लिए कैंप लगायेंगे. जब तक भाजपा रहेगी, कोई भी शरणार्थी हिंदू का बाल भी बांका नहीं कर पायेगा.श्री भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा देश के विभाजन के दौरान या उसके बाद कांग्रेस द्वारा किये गये पापों का प्रायश्चित कर रही है. इस शिविर के माध्यम से बांग्लादेशी शरणार्थी हिंदुओं को नागरिकता प्रदान की जायेगी. उन्होंने कहा कि राज्य भर में 1,000 से ज्यादा शिविर लगाये जायेंगे और सीमावर्ती इलाकों में विशेष ध्यान दिया जायेगा, जहां जनसांख्यिकी पहले ही बदल चुकी है.
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