कल्याणी
. नदिया जिले के कृष्णगंज से तृणमूल कांग्रेस विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या के आरोपी निर्मल घोष को अब तृणमूल कांग्रेस में शामिल कर लिया गया है. यह कदम पार्टी के भीतर और राजनीतिक हलकों में तीखी आलोचना का कारण बन गया है. हांसखाली ब्लॉक के ताकतवर भाजपा नेता रहे निर्मल घोष ने तृणमूल के स्टेट वाइस प्रेसिडेंट जयप्रकाश मजूमदार, विधायक मुकुटमणि अधिकारी और राणाघाट अध्यक्ष देबाशीष गांगुली की मौजूदगी में तृणमूल का झंडा थामा. उनकी वापसी को लेकर पार्टी के अंदर गंभीर असंतोष देखने को मिल रहा है. गौरतलब है कि निर्मल घोष पर 2019 में कृष्णगंज के विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या का आरोप लगा था और इसी सिलसिले में वह करीब छह साल तक जेल में भी रहे. तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने पुरानी बातों को पीछे छोड़ते हुए घोष को कृष्णगंज क्षेत्र में संगठन मजबूत करने की मंशा से शामिल किया है. हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों और कार्यकर्ताओं के बीच यह सवाल गूंज रहा है कि क्या पार्टी को ऐसे व्यक्ति को शामिल करना चाहिए था, जिस पर उसके ही विधायक की हत्या का आरोप है?डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

