अब तक 71 लोगों को किया गया अरेस्ट, 150 से अधिक से हुई पूछताछ
अदालत के आदेश पर केंद्रीय बल की 17 कंपनियां विभिन्न इलाकों में कर रहीं रूट मार्च
कोलकाता. मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद राज्य के डीजीपी राजीव कुमार मुर्शिदाबाद पहुंचे. साथ ही कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश पर शनिवार रात से जिले में अर्धसैनिक बल की 17 कंपनियां कई इलाकों में रुट मार्च कर रही हैं. रविवार को जिले के विभिन्न हिस्सों का राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने दौरा किया. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. डीजीपी ने कहा : मैं सभी से अनुरोध करना चाहूंगा कि अफवाहों पर ध्यान न दें. सभी लोग सावधान रहें. अगर कोई सूचना मिले, तो पुलिस तक पहुंचायें. उन्होंने बीएसएफ के साथ भी बैठक की. इसके तुरंत बाद केंद्रीय बलों ने जिले के प्रभावित इलाकों में रूट मार्च शुरू कर दिया. बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी करणी सिंह शेखावत भी रविवार को मुर्शिदाबाद पहुंचे. उन्होंने कहा कि बीएसएफ उस क्षेत्र में तब तक तैनात रहेगी जब तक पुलिस चाहेगी. जवानों को अधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. बीएसएफ के आइजी ने पुलिस को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया है. इधर, राज्य के विभिन्न जिलों से 24 वरिष्ठ आइपीएस अफसरों को मुर्शिदाबाद में स्थिति की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. प्रशासन की तरफ से इलाके में इंटरनेट सेवा बंद रखी गयी है.
बताया जा रहा है कि धुलियान, सुती और शमशेरगंज के कई लोग अपना घर छोड़ कर चले गये हैं. उन्होंने मालदा के वैष्णवनगर में शरण ली है. जंगीपुर जिले के पुलिस अधीक्षक आनंद रॉय ने कहा कि पुलिस उन लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है, जो अशांति के कारण अपना घर छोड़ कर चले गये हैं. अगर वे घर लौटना चाहते हैं, तो पुलिस हर तरह से मदद करने को तैयार है. उन्हें सकुशल घर लौटने में पुलिस उनकी मदद करेगी.
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