भविष्य को ध्यान में रखते हुए तीन लाइनों वाले रेलखंड पर नये ब्रिज में चौथी लाइन का भी होगा प्रावधान
नये रेल ब्रिज में 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार सहन करने की होगी क्षमताश्रीकांत शर्मा, हावड़ा
खड़गपुर-हावड़ा रेलमार्ग में कोलाघाट रेल ब्रिज (57) के लिए रेलवे ने 432 करोड़ की मंजूरी दे दी. यह ब्रिज पूर्व मेदिनीपुर और हावड़ा जिले के मध्य स्थित रूपनारायण नदी पर बनेगा. दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल में बन रहा नया ब्रिज पुराने कोलाघाट रेल ब्रिज के बगल में बनाया जा रहा है. 125 वर्ष पहले बना पुराना कोलाघाट रेल पुल का निर्माण वर्ष 1900 में किया गया था. नये पुल का निर्माण कर रेलवे खड़गपुर मंडल में ट्रेन परिचालन सुरक्षित एवं निर्बाध सुनिश्चित करना चाहता है.नये पुल का निर्माण न केवल रेलवे सुरक्षा को सुदृढ़ करेगा, बल्कि ट्रेन की रफ्तार में भी वृद्धि होगी.431.76 करोड़ की लागत से बन रहे इस अत्याधुनिक ब्रिज निर्माण किया जायेगा. इसके अलावा, खड़गपुर मंडल में देउलटी–कोलाघाट स्टेशनों के मध्य नये कोलाघाट रेलवे स्टेशन का विकास, विस्तृत प्लेटफॉर्म कार्य तथा यात्रियों के लिए आधुनिक और उन्नत सुविधाओं की व्यवस्था भी परियोजना का हिस्सा है. यह परियोजना वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की परिचालन आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गयी है.
नये रेल ब्रिज में 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार सहन करने की होगी क्षमता
बढ़ते एक्सल लोड, यातायात की बढ़ती मात्रा और 130 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति को देखते हुए नया पुल 57 जीएमटी के उच्च ग्रॉस टनेज को कुशलतापूर्वक वहन करने में सक्षम के अनुरूप तैयार किया जा रहा है. नवीनतम इंजीनियरिंग मानकों के अनुरूप निर्मित यह संरचना न केवल संरचनात्मक मजबूती बढ़ायेगी, बल्कि खड़गपुर-हावड़ा रेल मार्ग में भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए चौथी रेलवे लाइन के लिए भी प्रावधान किया गया है. लाइन और प्रस्तावित चौथी लाइन दोनों के लिए एक संयुक्त सब-स्ट्रक्चर भी तैयार किया जायेगा. नया पुल हावड़ा-खड़गपुर जैसे अत्यंत व्यस्त रेल कॉरिडोर में जहां यात्री सुरक्षा को और पुख्ता करेगा वहीं दक्षिण भारत से उत्तर भारत के संपर्क को मजबूत करने में अहम कड़ी सिद्ध होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

