कोलकाता.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में संचालित मानव तस्करी व देह व्यवसाय रैकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईडी के कोलकाता जोनल कार्यालय की टीम ने शुक्रवार को राज्य के कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें करीब 1.01 करोड़ रुपये नकद, कई डिजिटल उपकरण, संपत्ति से जुड़े दस्तावेज और दो लग्जरी वाहन जब्त किये गये हैं. ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि यह संगठित रैकेट मुख्य रूप से बार-कम-रेस्टोरेंट और डांस बारों के जरिये संचालित किया जा रहा था. इस गिरोह के सदस्य गरीब और असहाय महिलाओं को रोजगार का झांसा देकर वेश्यावृत्ति में धकेलते थे. इस गैरकानूनी गतिविधि से करोड़ों रुपये की अवैध आय की जाती थी, जिसे कई कंपनियों के माध्यम से धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) कर वैध दिखाने की कोशिश की जा रही थी. इस बात की जानकारी ईडी की ओर से शनिवार को दी गयी है. इस रैकेट से जुड़े जिन प्रमुख आरोपियों की पहचान हुई है, उनमें जगजीत सिंह, अजमल सिद्दिकी और विष्णु मुंदरा व उनके सहयोगियों के नाम शामिल हैं. इन लोगों व उनके सहयोगियों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले से प्राथमिकी दर्ज की थीं. इन्हीं मामलों के आधार पर ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच शुरू की है. ईडी ने आरोपियों से जुड़ीं कई कंपनियों और बैंक खातों के दस्तावेज जब्त किये हैं. दो महंगे वाहन एक लैंड रोवर डिफेंडर और दूसरा जगुआर को भी पीएमएलए के प्रावधानों के तहत जब्त किया गया है.बार-कम-रेस्टोरेंट व डांस बारों के जरिये संचालित हो रहा रैकेट
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि कुछ बारों से ऐसे प्लास्टिक नोट भी बरामद किये गये हैं, जो देह व्यापार से जुड़ी लेन-देन में इस्तेमाल किये जा रहे थे. ईडी ने कहा है कि इस संगठित मानव तस्करी और अवैध आय के नेटवर्क की जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

