मुख्य निर्वाचन अधिकारी को प्रणाली मजबूत करने के निर्देश कोलकाता. भारत निर्वाचन आयोग (इसीआइ) ने 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए वेबकास्टिंग की सटीकता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक बताया है. आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) को निर्देश दिया है कि वह इस प्रणाली को मजबूत करने के लिए शीघ्र आवश्यक कदम उठायें. सीइओ कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, यह निर्देश आयोग के आंतरिक निष्कर्षों के बाद जारी किया गया है. निष्कर्षों में पाया गया कि 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान राज्य के कई मतदान केंद्रों पर औसतन दो से चार घंटे तक वेबकास्टिंग बंद रही थी. आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, एक जून 2024 को सातवें और अंतिम चरण के मतदान के दौरान दमदम, बारासात, बशीरहाट (उत्तर 24 परगना), जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर (दक्षिण 24 परगना), कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्रों में वेबकास्टिंग में सबसे अधिक तकनीकी खामियां दर्ज की गयीं. अधिकारियों ने बताया कि आयोग ने आगामी विधानसभा चुनावों में सभी मतदान केंद्रों पर 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग सटीकता सुनिश्चित करने के लिए प्रारंभिक सिफारिशें जारी की हैं. इन सिफारिशों में शामिल हैं- उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे केवल विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं से खरीदे जायें. इंस्टॉलेशन से पहले हर कैमरे की फंक्शनल क्वालिटी जांची जाये. पुराने या अधिक गर्मी में खराब होने वाले कैमरों को बदला जाये. कैमरे ऐसे स्थानों पर लगाये जायें, जहां वे तेज धूप या गर्मी के सीधे संपर्क में न हों. कैमरा लेंस पर कागज या कपड़े से ढकने जैसी बाधाओं को रोका जाये. मतदान अवधि के दौरान निरंतर तकनीकी निगरानी सुनिश्चित की जाये, ताकि वेबकास्टिंग बिना रुकावट जारी रहे. आयोग का मानना है कि वेबकास्टिंग की सटीकता और पारदर्शिता बढ़ने से मतदान प्रक्रिया की विश्वसनीयता में और मजबूती आयेगी.
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