बांस की बल्ली लगाकर किया घंटों पथावरोध
संवाददाता, हावड़ा.
लिलुआ में लंबे समय से बदहाल निकासी व्यवस्था और सड़कों की जर्जर हालत होने के कारण रविवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने बांस की बल्ली लगाकर घंटों अवरोध किया. खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस प्रदर्शनकारियों को अवरोध हटाने की गुजारिश की, लेकिन गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक न सुनी और अवरोध हटाने से साफ इंकार कर दिया. भट्टनगर मारुति स्टैंड के पास अवरोध तीन घंटे से अधिक चला.
लिलुआ के चकपाड़ा, मीरपाड़ा, सेंट्रल लाइब्रेरी, भट्टनगर, भट्टनगर बस स्टैंड, दासपाड़ा सहित यहां के सभी जगहों पर निकासी व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है. बारिश के मौसम में यहां स्थिति महीनों तक भयावह बनी हुई थी, लेकिन जाड़े के मौसम में भी लोगों को राहत नहीं मिली है. प्रदर्शन कर रहे लोगोंं ने बताया कि मानसून बीत जाने के बाद भी लिलुआ की कई सड़कों पर अभी भी नाले का पानी बह रहा है. कई बार बाली नगरपालिका के अधिकारियों से शिकायत की गयी, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली. सड़कों की हालत भी बहुत खराब है.
ऑटो और टोटो चालकों ने अपना रूट बदल दिया है. आये दिन छोटे वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं. इस अंचल में कई सारे स्कूल हैं. बच्चों का आना-जाना जोखिम भरा रहता है. यह कैसा शहर है, जहां जाड़े की मौसम में जल-जमाव की समस्या बनी हुई है. आखिरकार, काफी जद्दोजहद के बाद अवरोध खत्म हुआ. मालूम रहे कि बाली अंचल में बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए दुर्गापूजा के पहले राज्य सरकार ने बाली नगरपालिका के प्रशासक व एसडीओ को हटाकर यहां के स्थानीय विधायक डॉ राणा चटर्जी को जिम्मेवारी सौंपी है. उम्मीद जतायी जा रही थी कि स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होगा, लेकिन हालात जस की तस बनी हुई है. समूचा लिलुआ अंचल में गंदगी की भरमार हो गयी है. सफाईकर्मियों को वेतन नहीं मिलने पर वे काम अपना बंद कर देते हैं. मिला-जुलाकर बाली नगरपालिका के अंतर्गत आने वाले सभी वार्डों की स्थिति बद से बदतर हालत में है.
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