कोलकाता. केरल में काम करने गये एक युवक की गुमशुदगी से परेशान माता-पिता ने कलकत्ता हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. लापता युवक की पहचान सुरजीत आदित्य के रूप में हुई है, जो गहनों की दुकान में कारीगर के तौर पर काम करता था. परिवार के अनुसार सब कुछ सामान्य चल रहा था, तभी अचानक सुरजीत के पिता को एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को दुकान का मालिक बताते हुए 60 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. साथ ही केरल के एक बैंक खाते का विवरण भेजकर दावा किया कि सुरजीत को 15 दिनों से बंधक बनाकर रखा गया है. परिवार ने पैसे देने से इंकार कर दिया. इसके कुछ दिनों बाद उन्हें जानकारी मिली कि सुरजीत केरल से दुबई चला गया है. लेकिन बेटे से किसी तरह का संपर्क न होने पर परिजनों ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की और केंद्र सरकार से बेटे को सुरक्षित वापस लाने की अपील की. मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति तपोव्रत चक्रवर्ती की डिवीजन बेंच में हुई. सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से उपस्थित वकील धीरज त्रिवेदी ने अदालत को आश्वस्त किया कि इस मामले में केंद्र से बातचीत कर आवश्यक कार्रवाई और जांच की जायेगी.
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