कोलकाता.
हर साल की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर धूमधाम से भाई फोटा उत्सव मनाया गया. मुख्यमंत्री के हाथों फोटा (तिलक) लेने के लिए इस बार भी राज्य के मंत्री, सांसद, विधायक और तृणमूल के शीर्ष नेता पहुंचे. लेकिन गुरुवार को सबसे बड़ा आकर्षण रहे कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर और राज्य के पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी, अपनी करीबी मित्र वैशाखी बनर्जी के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. राजनीतिक हलकों में इस उपस्थिति को चटर्जी की सक्रिय राजनीतिक वापसी का संकेत माना जा रहा है. बीते कुछ वर्षों में भाजपा में रहने के दौरान मुख्यमंत्री बनर्जी और पूर्व मेयर के बीच दूरियां बढ़ गयीं थीं, लेकिन हाल के महीनों में समीकरण तेजी से बदले हैं. पहले चटर्जी की सांसद व तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी से कालीघाट में मुलाकात हुई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री बनर्जी ने उन्हें फिर से प्रशासनिक जिम्मेदारी सौंपते हुए न्यूटाउन कोलकाता डेवलपमेंट अथॉरिटी (एनकेडीए) का चेयरमैन नियुक्त किया. इस नयी जिम्मेदारी के बाद भाई फोटा के मौके पर सीएम आवास में उनकी मौजूदगी लगभग तय मानी जा रही थी और वही हुआ. तृणमूल में वापसी के बाद क्या चुनाव लड़ेंगे शोभन : पूर्व मेयर शोभन चटर्जी की तृणमूल में वापसी की चर्चा के बीच बेहला में लगे एक पोस्टर ने राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ा दी है. बेहला पश्चिम के 132 नंबर वार्ड में डायमंड हार्बर रोड के पास अजंता सिनेमा हॉल के सामने एक बड़ा पोस्टर लगाया गया था. उसमें लिखा था : “धन्यवाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सांसद अभिषेक बनर्जी, एनकेडीए के चेयरमैन बने शोभन चटर्जी.” पोस्टर के नीचे ‘बेहला फोरम’, ‘बेहला नागरिक मंच’ और ‘जयतु बेहला’ नामक संगठनों का उल्लेख है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

