शिक्षक नियुक्ति घोटाला. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच एजेंसी ने मुर्शिदाबाद में मारा छापासंवाददाता, कोलकाताप्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सोमवार को राज्य में स्कूल शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में छापेमारी के दौरान नाटकीय घटनाक्रम के बाद तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार कर लिया. मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने साहा को 2023 में गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें जमानत मिल गयी थी. अब इडी ने नियुक्ति घोटाले के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है. साहा को कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें 30 अगस्त तक इडी हिरासत में भेज दिया.
इडी अधिकारियों ने सोमवार को साहा के मुर्शिदाबाद के आंदि गांव स्थित घर पर छापा मारा. बताया जा रहा है कि बुरवान के विधायक साहा ने घर की चारदीवारी फांद कर भागने की कोशिश की. इडी अधिकारियों ने उन्हें एक खेत से गिरफ्तार कर लिया.अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार विधायक ने कथित तौर पर एक चारदीवारी फांदकर भागने की कोशिश की. हालांकि, वे इसमें सफल नहीं हो सके. इडी अधिकारियों ने काफी दूर तक पीछा कर खेत से उन्हें पकड़ लिया. विधायक को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एजेंसी के साथ सहयोग न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
निजी सहायक के घर पर भी हुई छापामारी: इडी सूत्रों ने अदालत में बताया कि बीरभूम में विधायक के निजी सहायक के आवास पर भी तलाशी ली गयी है. इडी का धन शोधन का मामला सीबीआइ द्वारा दर्ज की गयी एक प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है, जिसे कलकत्ता उच्च न्यायालय ने ग्रुप सी और डी के कर्मचारियों, कक्षा 9 से 12 तक के सहायक शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच करने का निर्देश दिया था. विधायक की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया में वीडियो वायरल: इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जिसमें देखा गया है कि कीचड़ में सने हुए विधायक के कपड़े भी भींगे हुए हैं. इसी हालत में उन्हें इडी तथा केंद्रीय बल (सीआरपीएफ) के जवान ऐसी जगह से अपने साथ ले जा रहे थे, जिस रास्ते के आसपास में कूड़ा-कचरा बिखरा पड़ा हुआ था. जांचकर्ताओं ने दावा किया कि सबूत नष्ट करने के लिए साहा ने अपने दो मोबाइल फोन अपने घर के पीछे तालाब में फेंक दिये. इडी अधिकारियों ने विधायक के घर के निकट मौजूद तालाब से दोनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं. दोनों मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जायेगा. फिलहाल विधायक से पूछताछ जारी है.इससे पहले इडी ने इस मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, तृणमूल विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के अलावा कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था.30 अगस्त तक इडी की हिरासत में भेजे गये
विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार कर मुर्शिदाबाद से कोलकाता लाया गया और यहां बैंकशाल कोर्ट स्थित धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 30 अगस्त तक छह दिन की इडी की रिमांड पर भेज दिया. इडी के वकील ने कहा: हमने छह दिन के लिए उनकी हिरासत मांगी थी. अदालत ने इसे मंजूर कर लिया. तृणमूल कांग्रेस ने 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया. जबकि भाजपा ने दावा किया कि गिरफ्तारियां साबित करती हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी और भ्रष्टाचार ‘एक ही सिक्के के दो पहलू’ हैं.मामले में क्या कहा इडी के अधिकारी ने
इडी के अधिकारी ने कहा कि विधायक को जब छापे के बारे में पता चला तो उन्होंने कथित तौर पर अपने घर की चारदीवारी फांदकर भागने की कोशिश की. हमारे अधिकारियों और केंद्रीय बल के कर्मियों ने विधायक का पीछा किया और नजदीक के एक इलाके से उन्हें पकड़ लिया. जब उन्हें पकड़ा गया तो वह पूरी तरह कीचड़ में सने हुए थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

