हुगली. बीते 16 दिसंबर से तालाबंदी के शिकार चांपदानी के नार्थ ब्रुक जूट मिल आगामी पांच जनवरी को खुलेगी. राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक की अध्यक्षता में हुई त्रिपक्षीय बैठक में सर्वसम्मति से इस बात का फैसला लिया गया. प्रबंधन की ओर से मिल के पर्सनल मैनेजर फ्रैंको घोष, विधायक अरिंदम गुंई, तृणमूल ट्रेड यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोज चक्रवर्ती और आठ यूनियनों के प्रतिनिधिमंडल में किशोर केवट, मुकुंद गुप्ता, रामबाबू साव, प्रह्लाद राजभर, शंकर पांडेय सहित अन्य उपस्थित थे. प्रबंधन और यूनियनों की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मलय घटक ने बार-बार होनेवाली तालाबंदी से नाराज दिखे. मजदूरों को संयम बरतने का निर्देश दिया. अनुशासन पालन कर प्रबंधन का सहयोग करने का भरोसा दिया है. फ्रैंको घोष ने दो दिन के अंदर एक फोर्टनाइट का बकाया वेतन भुगतान करने का भरोसा दिया है. तृणमूल ट्रेड यूनियन के नेता किशोर केवट ने बताया कि 12 दिसंबर की रात एस4 नामक लूम चलाने को लेकर लगभग 10 तांत विभाग के मजदूरों ने लूम चलाने से मना कर दिया. इससे कारखाने के अंदर तनाव बढ़ गया और दूसरे दिन से मजदूर हड़ताल पर चले गये. उधर प्रबंधन की ओर से मिल की बंसी बजाई गयी और मजदूरों से काम पर लौट आने का अपील किया गया, लेकिन मजदूर काम पर नहीं लौटे. उनकी मांग थी कि उन्हें दूसरे लूम पर काम दिया जाये. एस-4 वह चलाने में असमर्थ हैं. प्रबंधन बकाया वेतन भुगतान करने के लिए फिनिश्ड गुड्स निकालने के लिए दो लोरिया भेजा. किशोर केवट को इस बात का पता लगते हैं और वह मिल गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर देते हैं. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से दोनों लोरियां लौट जाती है. ऐसी स्थिति में 16 तारीख को प्रबंधन तालाबंदी की घोषणा कर देता है. उसके बाद मिल खुलवाने की मुहिम शुरू हुआ. लेबर कमिश्नर के कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक हुआ और मिल खोलने का निर्णय लिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

