दौरा. भूस्खलन प्रभावित मिरिक पहुंचीं सीएम, लोगों से की बातचीत, दिया राहत का भरोसा भी
संवाददाता, कोलकातामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को मिरिक में भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पिछले दिनों हुई भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. इस बाढ़ में उत्तर बंगाल में कई लोगों की मौत हो गयी थी. उन्होंने मृतकों के परिजनों को मुआवजे के चेक सौंपे और उन्हें हर संभव सरकारी सहायता का आश्वासन दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि दुधिया में 15 दिनों में कंक्रीट का एक नया पुल तैयार किया जायेगा. रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी के बीच सड़क मार्ग से दार्जिलिंग जिले के मिरिक पहुंचीं मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की, जिन्होंने अपनी आपबीती सुनायी. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत व पुनर्वास कार्यों की भी समीक्षा की. पीड़ित परिवारों को चेक वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा : राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में लोगों के साथ खड़ी है. हमने शोक संतप्त परिवारों के लिए मुआवजे और अपने घर खोने वालों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा पहले ही कर दी है. अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने भूस्खलन में मारे गये लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की है. जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें भी मुआवजे के चेक दिये गये हैं. प्रभावित इलाकों में भोजन, तिरपाल और कंबल सहित राहत सामग्री भी वितरित की जा रही है. मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव मनोज पंत सहित वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने नुकसान का आकलन करने और क्षेत्र में सड़क संपर्क बहाल करने में तेजी लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ भी बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि मिरिक के दुधिया में 15 दिनों में ही नया कंक्रीट पुल का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए 51.37 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत में अधिकारियों ने कहा था कि पुल बनने में एक महीने का समय लगेगा. लेकिन बाद में बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि इसे 15 दिनों के भीतर बना दिया जायेगा. पीड़ितों को आश्वस्त करते हुए ममता ने कहा : जिन लोगों के घर नष्ट हो गये हैं, इसकी जांच की जा रही है. मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग की जिलाधिकारी प्रीति गोयल को इसके लिए एक सूची तैयार करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जब तक पीड़ित अपने घर नहीं लौट पाते, तब तक सामुदायिक रसोई चलानी होगी. जिन लोगों के दस्तावेज नष्ट हो गये हैं, उनके लिए विशेष शिविर खोले जायेंगे. आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, बच्चों के लिए स्कूली किताबें सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था उसी शिविर से की जायेगी. ममता ने कहा : हमें अगले एक महीने तक ये शिविर चलाने होंगे. सिर्फ मिरिक ही नहीं, बल्कि सभी प्रभावित इलाकों में हमें हर जगह ये शिविर लगाने होंगे. मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे मुख्यमंत्री मिरिक पहुंचीं. प्रभावित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने दुधिया में पुल बनाने का काम शुरू कर दिया है. एक अच्छा पुल बनाया जा रहा है. उस पुल के पास एक नया पुल बनाया जायेगा. अगले साल माॅनसून से पहले नया पुल बन जायेगा. मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरदुआर जिलों में आपदा के कारण प्रभावित हुए किसानों के साथ खड़े होने का भी संदेश दिया. उन्होंने कहा कि राज्य कृषि विभाग फसल बीमा के तहत यह सुविधा प्रदान करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

