रॉबर्ट और 60 वर्षीय ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर महिला को खाने की नली के ट्यूमर से छुटकारा कोलकाता. मणिपाल हॉस्पिटल ने 10 दिनों के भीतर दो मरीजों की जिंदगी बचाकर नया आयाम स्थापित किया है. मिजोरम के दोनों मरीजों में 55 वर्षीय रॉबर्ट और 60 वर्षीय ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर महिला शामिल हैं. दोनों मरीज खाने की नली में ट्यूमर के कारण निगलने में कठिनाई के साथ अस्पताल पहुंचे थे. बायोप्सी रिपोर्ट में उनके इसोफेगस (मुंह से पेट तक जाने वाली नली) में ट्यूमर की पुष्टि हुई. मरीजों का इलाज मणिपाल हॉस्पिटल की एक्सपर्ट टीम द्वारा किया गया, जिसमें शामिल थे- डॉ तुहिन सुभ्रा मंडल, कंसल्टेंट जीआइ सर्जन डॉ साग्निक रे, कंसल्टेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, डॉ. तन्मय कुमार मंडल, कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट. दोनों मरीजों को कीमोथेरेपी के बाद वीडियो-असिस्टेड थोरैकोस्कोपिक सर्जरी (वीएटीएस) के माध्यम से सफल ऑपरेशन किया गया. एंडोस्कोपी में थोरैसिक इसोफेगस में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा का पता चला. मरीज को स्मोकिंग और शराब पीने की आदत थी, लेकिन अन्य गंभीर बीमारी नहीं थी. सीटी और पीइटी स्कैन से ट्यूमर किसी अन्य अंग में नहीं फैला था. सर्जरी में गर्दन और पेट के हिस्से को छोड़कर लगभग पूरे इसोफेगस और आसपास के लिम्फ नोड्स को हटाया गया. ऑपरेशन में थ्री-फील्ड रेडिकल लिम्फैडेनेक्टॉमी और स्टमक पुल-अप प्रोसीजर किया गया. सर्जरी के बाद दो दिन वेंटिलेशन पर रहने के बाद पांच दिन में वार्ड में शिफ्ट किया गया. दो हफ्ते बाद मरीज को छुट्टी दी गयी और अब वे सामान्य रूप से भोजन कर सकते हैं. दूसरी मरीज ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर हैं और 2021 में ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी हो चुकी थी. एंडोस्कोपी और बायोप्सी में निचले इसोफेगस में स्क्वैमस सेल ट्यूमर पाया गया. नियोएडजुवेंट कीमोथेरेपी के बाद सर्जरी सफल रही. मरीज को सर्जरी के 13 दिन बाद छुट्टी मिली और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं.
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