कहा- जनता दबाव की भाषा बर्दाश्त नहीं करेगी कोलकाता. राज्य सरकार की ओर से लगभग 43 हजार से अधिक पूजा पंडालों को एक लाख 10 हजार रुपये के हिसाब से अनुदान देने की घोषणा की है. इसी बीच, तृणमूल कांग्रेस विधायक ने अनुदान पाने वाली पूजा कमेटियों को पंडाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर अनिवार्य रूप से लगाने का फरमान जारी किया है. इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस के विधायक सुकुमार दे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसमें वह अपने इलाके के क्लबों को चेतावनी देते नजर आ रहे हैं कि चूंकि पूजा पंडालों के लिए सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है, इसलिए पंडालों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर लगाना अनिवार्य होगा. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी क्लब ने उनकी बात नहीं मानी, तो अगले साल उस क्लब को सरकारी अनुदान नहीं मिलेगा. इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता के कर से जुटा धन पार्टी की जागीर नहीं है. श्री अधिकारी ने तंज कसते हुए लिखा कि विधायक सुकुमार दे अनुदान को अपनी या अपनी पार्टी की संपत्ति समझ रहे हैं, जबकि यह पैसा जनता की गाढ़ी कमायी से आता है. शुभेंदु अधिकारी ने आगे कहा कि अगले साल की राजनीति अगले साल होगी, लेकिन यह सोचना कि तृणमूल हमेशा सत्ता में रहेगी या नहीं. उन्होंने विधायक को चेताया कि सत्ता के घमंड में इस तरह की हठधर्मी और दबाव की भाषा जनता बर्दाश्त नहीं करेगी.
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