कोलकाता.
राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव से सरकार बदलने की बात कहते हुए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि अगर चुनाव प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हुई, तो बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू हो जायेगा. जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक जनसभा के दौरान श्री अधिकारी ने कहा कि अगर मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पूरा नहीं हुआ, तो चुनाव नहीं होंगे. श्री अधिकारी ने कहा कि अगर चार मई तक चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो उसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जायेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की हार होगी और एसआइआर चुनाव से पहले सेमीफाइनल साबित होगा.शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में तृणमूल और भाजपा को मिले वोट के बीच का अंतर केवल 42 लाख है. उन्होंने कहा : मतदाता सूची में अवैध रूप से दर्ज लगभग 2.4 करोड़ नाम हटा दिये जायेंगे. श्री अधिकारी ने जोर देकर कहा कि अवैध प्रवासियों और अन्य कारणों से पात्र नहीं होने वाले लोगों के नाम एसआइआर के बाद मतदाता सूची में नहीं रहेंगे.
एसआइआर नहीं, तो चुनाव नहीं के नारे के साथ राज्य भर में रैली निकालेगी भाजपा : एसआइआर में मतदाताओं के नाम हटाये जाने की स्थिति में तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन की दी गयी चेतावनी को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा : हम एसआइआर नहीं तो चुनाव नहीं के नारे के साथ रैलियां करेंगे. उन्होंने कहा कि एसआइआर लागू करने की मांग करते हुए पूरे राज्य भर में रैलियां निकाली जायेंगीउन्होंने उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित निवासियों को भी संबोधित किया और कहा कि भाजपा उनके पुनर्वास के लिए धन मुहैया करायेगी. श्री अधिकारी ने कहा कि मालदा उत्तर से भाजपा सांसद मुर्मू अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के आदिवासी मोर्चा ने अनुभवी सांसद पर हमले के खिलाफ पूरे बंगाल में विरोध प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि खगेन मुर्मू को स्वस्थ होने में अभी दो महीने और लगेंगे. उन्होंने दावा किया कि हमले के संबंध में राज्य पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारियां महज दिखावा हैं. श्री अधिकारी ने कहा कि भाजपा इस मामले की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) जांच और अदालत की निगरानी में जांच चाहती है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और भाजपा विधायक शंकर घोष छह अक्तूबर को बाढ़ प्रभावित नागराकाटा के दौरे के दौरान भीड़ द्वारा किये गये हमले में घायल हो गये थे. अलीपुरदुआर से भाजपा सांसद मनोज तिग्गा और जलपाईगुड़ी से जयंत राय के साथ ही कई विधायकों ने भी नागराकाटा शहर में विरोध रैली में भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

