कोलकाता.
मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर जारी विवाद के बीच भाजपा नेता व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार की टिप्पणी ने नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. उनके कथित वोट देने जा सकते हैं, लेकिन एसआइआर सुनवाई में नहीं आ सकते जैसी टिप्पणी को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने हमला बोला है और इसे बुजुर्गों व दिव्यांगों का अपमान बताया है. साथ ही मजूमदार से सार्वजनिक माफी की मांग भी की गयी है. तृणमूल ने सोमवार को एक्स में पोस्ट कर आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा एसआइआर के नाम पर बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांग नागरिकों को सुनवाई के लिए मजबूर किया जा रहा है. कई मामलों में लोग व्हीलचेयर पर, तो कहीं एंबुलेंस में ले जाकर सुनवाई में पेश हो रहे हैं. ऐसे हालात में एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह की टिप्पणी असंवेदनशील और अमानवीय है.तृणमूल नेताओं ने कहा कि भाजपा नेता मजूमदार का यह बयान न केवल बुजुर्गों के सम्मान पर चोट है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी भागीदारी को भी हतोत्साहित करता है. पार्टी ने सवाल उठाया कि जो लोग शारीरिक रूप से असमर्थ हैं, उनके लिए आयोग ने क्या वैकल्पिक व्यवस्था की है. वहीं, भाजपा पर आरोप लगाया गया कि वह चुनाव आयोग के कदमों का समर्थन कर आम नागरिकों की पीड़ा को नजरअंदाज कर रही है. तृणमूल कांग्रेस ने मांग की है कि चुनाव आयोग एसआइआर प्रक्रिया में मानवीय दृष्टिकोण अपनाये और बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा सुनिश्चित करे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

