हावड़ा के जगतबल्लभपुर जगन्नाथपुर दिघिरपार आंगनबाड़ी केंद्र की घटना
हावड़ा. आंगनबाड़ी केंद्र में बुधवार को मिड डे मील में बच्चों को खिचड़ी परोसी गयी थी. कुछ बच्चों ने खिचड़ी खायी, तो कुछ टिफिन में भर कर घर ले गये. लेकिन, खाना देखकर अभिभावक हैरान रह गये. अभिभावकों का आरोप है कि खिचड़ी में कीड़े थे. बच्चों के खाने में कीड़े मिलने पर अभिभावकों आक्रोशित हो गये. धीरे-धीरे खबर फैली और लोग सड़कों पर आ गये. फिर आंगनबाड़ी को घेर कर प्रदर्शन करने लगे. उक्त घटना हावड़ा की जगतबल्लभपुर नंबर एक ग्राम पंचायत के जगन्नाथपुर दिघिरपार इलाके के आंगनबाड़ी केंद्र पर हुई. उक्त आंगनबाड़ी में लगभग 140 बच्चे पढ़ने आते हैं. उन्हें यहां खाना भी परोसा जाता है.
घटना के बाद आक्रोशित अभिभावकों ने अपनी आवाज बुलंद की. स्थानीय निवासियों ने सवाल उठाया कि अगर कोई बच्चा बीमार पड़ गया, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. घटना वाले दिन आंगनबाड़ी केंद्र में 134 बच्चे पढ़ने आये थे. उस दिन उनके लिए खिचड़ी बनायी गयी थी. पढ़ाई के बाद, बच्चे खिचड़ी लेकर घर चले गये. अभिभावकों ने देखा कि उस खिचड़ी में कीड़े हैं.
आंगनबाड़ी केंद्र की कर्मचारी स्वप्ना मलिक ने दावा किया कि खाना बनाते समय चावल में कीड़ा नहीं थे. हालांकि, जब अभिभावक खिचड़ी लाये, तो उन्हें भी कीड़े दिखायी दिये. चावल में कीड़े होने के बारे में उनका तर्क था कि चावल साफ करने के बाद ही पकाये गये थे.
अभिभावकों का कहना है कि जहां सौ से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं, वहां मध्याह्न भोजन पकाने की निगरानी क्यों नहीं की जाती ? इस आंगनबाड़ी केंद्र की शिक्षिका शंपा नंदी ने कहा कि वह खाना पकाने की निगरानी नहीं करतीं. उन्होंने यह भी नहीं देखा कि उस दिन बच्चों को क्या दिया गया था. बाद में, जब अभिभावक खिचड़ी वापस लाये, तो उन्हें भी उसमें कीड़े दिखायी दिये.
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