जले हुए घर से सैंपल किया एकत्रित
पुलिस और फोरेंसिक टीम के सदस्यों ने जयपुर में घटनास्थल का किया मुआयना
पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिवार के इकलौते जीवित सदस्य संजू को सौंप गया
संवाददाता, हावड़ा
हावड़ा के जयपुर थाने के सावरिया सिंह पाड़ा में रविवार आधी रात को लगी भीषण आग में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत के बाद पूरा इलाका अभी भी सदमे में है. शुरू में पुलिस ने कहा था कि हादसा शायद शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ था. हालांकि आग लगने का सही कारण अभी पता नहीं चल सका है. इसकी पुष्टि के लिए फोरेंसिक जांच का आदेश दिया गया है.
मंगलवार को तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और सैंपल एकत्रित किया. उन्होंने टूटे हुए घर की तस्वीरें भी लीं. इस दौरान मौके पर जयपुर थाने की पुलिस भी थी. हालांकि, फोरेंसिक टीम की ओर से जांच के बारे में मीडिया को कुछ नहीं बताया गया. हावड़ा के बाउड़िया श्मशान घाट पर घटना में झुलसकर मरे दोलुई परिवार के चार लोगों का दाह संस्कार हुआ. अंतिम संस्कार के वक्त श्मशान घाट पर पुलिस की भी तैनाती की गयी थी. मंगलवार को उलबेड़ियाया शरत चंद्र चट्टोपाध्याय सरकारी मेडिकल कॉलेज में मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया.
इकलौते जीवित सदस्य संजू ने मृतकों को दी मुखाग्नि : पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिवार के इकलौते जीवित सदस्य संजू को सौंप दिया गया. संजू, मृतक दूध कुमार दोलुई के बेटे हैं. संजू ओडिशा में लकड़ी का काम करता है. खबर मिलने के बाद, वह सोमवार रात ओडिशा से लौटा और सीधे बाउरिया श्मशान घाट पहुंचा. परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार करने के बाद. घटना में दोलुई का परिवार पूरी तरह से तबाह हो गया है. संजू अपने चाचा के घर चला गया है. संजू ने बताया कि पिता नया घर बनाने की तैयारी में लगे थे, उसके लिए वह हर महीने पिता को पैसे भी भेजता था, लेकिन सब खत्म हो चुका है.
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