कोलकाता.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को लोगों से नवगठित पश्चिम बंगाल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में दान देने का आग्रह किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने एसडीएमए राहत कोष के लिए अपनी पुस्तकों से जुड़ी रॉयल्टी की रकम से पांच लाख रुपये देने की घोषणा की और कहा कि राज्य का हर कैबिनेट मंत्री एक-एक लाख रुपये का दान दे रहा है. साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पैसे की भीख नहीं मांग रहे हैं, हम सब कुछ संभाल लेंगे. इसके पहले ममता बनर्जी ने दावा किया था कि उत्तर बंगाल में प्राकृतिक आपदा से निपटने में मदद के लिए राज्य को केंद्र से एक पैसे का सहयोग नहीं मिला. उत्तर बंगाल सहित राज्य के किसी भी क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा के बाद लोगों को राहत प्रदान करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष राहत कोष गठित किया है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार राहत कोष में योगदान दे सकता है. जानकारी के अनुसार, इस कोष में जमा धन का उपयोग राज्य के किसी भी हिस्से में आपदाओं से निबटने के लिए किया जायेगा. कोविड की स्थिति के दौरान भी, राज्य सरकार द्वारा एक विशेष राहत कोष स्थापित किया गया था. राज्य ने विभिन्न राज्य विभागों की वेबसाइटों और मीडिया के माध्यम से लोगों तक कोष का विवरण पहुंचाया था. इस मौके पर राज्य के मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि कोई भी व्यक्ति या कंपनी राज्य सरकार द्वारा बनाये गये ‘वेस्ट बंगाल स्टेट डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी’ नाम के बैंक अकाउंट में पैसे दान कर सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

