बोले दिलीप घोष, राज्यवासियों के लिए मंगलकामना की
कहा- बंगाल से अशुभ शक्ति की विदाई हो
प्रतिनिधि, बैरकपुर.
प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष अपनी पत्नी रिंकू मजूमदार और मां पुष्पलता देवी के साथ मंगलवार सुबह दक्षिणेश्वर मंदिर पहुंचे. वह उन्होंने पूजा-अर्चना की. दक्षिणेश्वर मंदिर में मांं भवतारिणी की उन्होंने पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होंने शिव मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर समेत मंदिर के अंदर अन्य देवताओं की मूर्तियों के दर्शन किये. इसके बाद गंगा घाट जाकर वहां से गंगा जल लेकर शारदा मंदिर में गये. वहां भी उन्होंने प्रार्थना की और फिर मंदिर से चले गये. जाते समय उन्होंने कहा कि पूजा कर उन्होंने राज्य वासियों के मंगल की कामना की.
पश्चिम बंगाल के विकास के लिए उन्होंने प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों-शिक्षाकर्मियों के लिए और मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की घटना को लेकर मां से प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि उन्होंने मां देवी से प्रार्थना की कि बंगाल से अशुभ शक्तियां विदा हों. उन्होंने नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों के धरने को लेकर कहा कि इनके आंदोलन से राज्य सरकार को कुछ होने वाला नहीं है. इनका आंदोलन और राज्य सरकार से उनका वार्तालाप दोनों ही सफल नहीं होगा. इसका कोई समाधान नहीं है. अदालत ने निर्देश दिया है, तो अदालत में ही इसका समाधान निकलेगा. सुप्रीम कोर्ट सबकी बात सुनती है. वह चाहते है कि 19 हजार लोगों की नौकरी वापस मिले.
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