नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा आज, कल होगा उद्घाटन
पर्यटकों की संख्या बढ़ने से इलाके का होगा आर्थिक विकास
दीघा से अमर शक्तिपश्चिम बंगाल सरकार ने पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटवर्ती क्षेत्र, दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया है. मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार को आयोजित होगा और इसका उद्घाटन बुधवार को अक्षय तृतीया के दिन होगा. जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा व उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार दोपहर को ही दीघा पहुंचीं. यहां पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित दीघा मंदिर का परिदर्शन किया. मंदिर परिसर का परिदर्शन करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अध्यात्म पर्यटन में एक नया नाम जुड़ने जा रहा है और वह है दीघा का जगन्नाथ मंदिर. दीघा में जगन्नाथ मंदिर के निर्माण से यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और इसका सबसे अधिक फायदा यहां के स्थानीय लोगों को मिलेगा. इससे इलाके का आर्थिक विकास होगा और स्थानीय युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 अप्रैल को नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के बाद दीघा एक अंतरराष्ट्रीय आकर्षण का पर्यटक केंद्र बन जायेगा. गौरतलब है कि दीघा पूर्व मेदिनीपुर जिले में एक लोकप्रिय समुद्री ‘रिसॉर्ट’ शहर है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंदिर अगले कई हजार वर्षों तक लोगों के समागम स्थल के रूप में काम करेगा. सुश्री बनर्जी ने कहा कि यह मंदिर निश्चित रूप से राज्य के लिए एक नया आयाम जोड़ेगा. दीघा अंतरराष्ट्रीय आकर्षण का एक पर्यटक केंद्र बन जायेगा. यह अध्यात्म, सौहार्द व सद्भाव का स्थान बनेगा. दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन 30 अप्रैल को ‘अक्षय तृतीया’ के शुभ अवसर पर किया जायेगा. यह पुरी के 12वीं सदी के मंदिर जगन्नाथ मंदिर की प्रतिकृति है. मुख्यमंत्री ने जगन्नाथ मंदिर के भव्य उद्घाटन की तैयारियों की समीक्षा भी की. मुख्यमंत्री के साथ राज्य के बिजली मंत्री अरूप विश्वास, वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, दमकल मंत्री सुजीत बोस, राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार व जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्य राधारमण दास भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने मंदिर के पुजारियों से बातचीत की और पूजा-अर्चना की तैयारियों का जायजा लिया. आज महायज्ञ, बुधवार को दोपहर 2.30 से तीन बजे के बीच होगा उद्घाटनसुश्री बनर्जी ने कहा कि जगन्नाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार से शुरू होगा और इस दिन यहां महायज्ञ का आयोजन होगा, जिसमें वह भी शामिल होंगी. इसके बाद बुधवार को दोपहर 2:30-3:00 बजे के बीच मंदिर द्वार खोला जायेगा और उसके बाद यहां उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि समारोह में शामिल होने के लिए पुरी मंदिर से भगवान जगन्नाथ के 57 भक्त और इस्कॉन के 17 संत पहुंच चुके हैं. महायज्ञ में 100 क्विंटल आम व सुपारी की लकड़ी तथा दो क्विंटल घी से हवन किया जायेगा. उन्होंने मंदिर निर्माण में शामिल सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा: मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं और अपना आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने इस मंदिर का निर्माण इतनी शीघ्रता से किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है