बरानगर. बरानगर जूट मिल शनिवार से फिर से खुल गयी. शनिवार को दो शिफ्टों में काम भी हुआ. बरानगर जूट मिल से जुड़े एआइटीयूसी यूनियन के वर्किंग प्रेसिडेंट रवींद्र प्रसाद ने बताया कि मिल मैनेजमेंट की ओर से 25 से 31 अक्तूबर के बीच सिर्फ सात दिनों के लिए मिल बंद करने का नोटिस लगाया गया था. इस बीच, शनिवार को मिल चालू होते ही मिल में काम करने वाले श्रमिक काम पर आ भी गये. जूट मिल के लेबर ऑफिसर मोहम्मद फिरोज ने बताया कि मिल मैनेजमेंट ने मिल बंद करने की वजह पहले ही बता दी थी. मिल में मशीनरी व तकनीकी मेंटनेंस का कुछ काम करना था.
उधर, काली पूजा के बाद से ही माहौल त्योहारी होने के चलते श्रमिकों की भी कमी हो गयी थी. छठ पूजा के कारण काफी श्रमिक छुट्टी पर चले गये थे. ऐसी स्थिति में सात दिनों के लिए इसी बीच उत्पादन बंद कर मेंटेनेंस का काम निबटा लेने का निर्णय हुआ. बताया गया है कि कच्चा माल अभी पर्याप्त है. मिल के लेबर ऑफिसर श्री फिरोज ने बताया कि बरानगर जूट मिल मैनेजमेंट की ओर से साफ तौर पर एक नोटिस जारी किया था कि मिल में मेंटनेंस का काम चलने, पूजा के दरम्यान श्रमिकों की कमी और छठ पूजा की वजह से श्रमिकों के छुट्टी पर जाने जैसी स्थिति को देखते हुए ही मिल को सात दिनों के लिए बंद रखा गया था. शनिवार से मिल खुलते ही अधिकतर श्रमिक काम पर लौट आये. लेबर ऑफिसर के अनुसार, श्रमिकों की पूरी उपलब्धता सुनिश्चित होने की स्थिति में मिल प्रबंधन तीन शिफ्टों में भी उत्पादन कार्य करने पर विचार कर रहा है. फिलहाल दो शिफ्ट में काम शुरू भी हो चुका है. विगत 25 अक्तूबर को प्रभात खबर में ‘बरानगर जूट मिल बंद, करीब ढाई हजार श्रमिक बेरोजगार’ शीर्षक से प्रकाशित एक समाचार में भूलवश कच्चे माल की कमी के चलते मिल के अनिश्चतकाल के लिए बंद होने जैसी बात छप गयी थी, जिसके लिए हमें खेद है.
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