हावड़ा. राज्य सरकार ने हाल ही में आशाकर्मियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन खरीदने के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता की है. अब यह रकम आशाकर्मियों के लिए जी का जंजाल बन गया है. मंगलवार को आशाकर्मियों ने छह सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. रैली निकाल कर ये सभी बंकिम सेतु के नीचे पहुंचीं, जहां पुलिस ने इन लोगों को आगे जाने से रोक दिया. इसके बाद एक प्रतिनिधि दल डीएम कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि 10 हजार रुपये मिलने के बाद उनलोगों ने फोन खरीद लिया. फोन खरीदने के बाद विभाग की ओर से उनलोगों को डेटा इंट्री ऑपरेटर का काम दिया जा रहा है, जो उनलोगों के लिए असंभव है. वे लोग फोन पर एप डाउनलोड करके डेटा इंट्री का काम नहीं कर सकते हैं, जबकि विभाग की ओर से उनलोगों को निरंतर दबाव बनाया जा रहा है. इसी वजह से वे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर इसका निदान नहीं किया गया, तो वे लोग हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे.
बारासात में भी आशाकर्मियों ने किया प्रदर्शन
बारासात. उत्तर 24 परगना के बारासात स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय के सामने मंगलवार को विभिन्न मांगों को लेकर आशा कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. रैली कर पहुंचीं आशा कर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. पश्चिम बंग आशा कर्मी यूनियन की सचिव इस्मत आरा खातून ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर आशा कर्मियों की ओर से 23 जिलों में कहीं डीएम, तो कहीं सीएमओएच दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया. बिना अतिरिक्त दबाव के सभी बकाया मिटाना होगा, चार माह से बाकी इंसेंटिव को देना होगा, सरकार द्वारा दिये गये मोबाइल को सिर्फ सरकारी काम तक की समिति रखने का दबाव हटाने समेत कई मांगों को लेकर विरोध जताया गया. आशा कर्मियों ने कहा कि अगर हमारी मांगों को नहीं सुना गया, तो आने वाले दिनों में वृहद आंदोलन करेंगे.
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