कोलकाता. ममता बनर्जी सरकार पर एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए सोनाझुरी हाट में होली समारोह पर प्रतिबंध लगा देने के भाजपा के आरोप पर वन मंत्री बीरबाहा हांसदा ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि उनके विभाग ने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है, बल्कि केवल आगंतुकों से होली मनाते समय सावधानी बरतने का अनुरोध किया है. वीरबाहा हांसदा ने बताया कि वन विभाग के ‘होर्डिंग’ और बैनर केवल ‘पर्यावरण बचाने’ के लिए अनुरोध हैं और जो लोग रंगों से खेलना चाहते हैं उन्हें रोका नहीं जाएगा. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा में आरोप लगाया कि वन विभाग द्वारा शांतिनिकेतन के लोकप्रिय स्थल पर ‘होली मनाने पर प्रतिबंध’ लगाने का निर्णय एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए लिया गया है, क्योंकि होली और रमजान के जुमे का नमाज एक ही दिन है. उन्होंने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा : यह शांतिनिकेतन में पहली बार हो रहा है. ममता प्रशासन तुष्टीकरण की राजनीति कर रहा है. प्रशासन यह कैसे कह सकता है कि शांतिनिकेतन में रंग नहीं छिड़का जाना चाहिए और होली नहीं मनायी जानी चाहिए? हम प्रशासन की इस दोहरी नीति का विरोध करते हैं. हांसदा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बैनरों में लोगों से पर्यावरण की रक्षा में मदद करने का आह्वान किया गया है और भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है. वन विभाग के बैनरों में लिखा गया था : सोनाझुरी एक संरक्षित वन क्षेत्र है. यहां रंगों से खेलना, कार खड़ी करना, वीडियोग्राफी और ड्रोन का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है. मंत्री ने कहा : हम पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं. हम केवल विनम्र अनुरोध कर रहे हैं. हम आगंतुकों से पेड़ के तने, जड़ों और पौधों समेत प्रकृति की रक्षा के हमारे मिशन में सहयोग करने की भी अपील करते हैं. एक फेसबुक पोस्ट में बीरभूम जिला पुलिस ने कहा : यह सूचित किया जाता है कि बीरभूम जिला पुलिस ने बसंत उत्सव और होली मनाने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की है. त्योहार पहले की तरह हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण में मनाया जायेगा. हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे गलत सूचना से बचें और सटीक अपडेट के लिए केवल विश्वसनीय स्रोतों पर ही भरोसा करें. आइये इस त्योहार को हर्ष, सद्भाव और आपसी सम्मान के साथ मनायें.
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