मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा जांच की गयी शुरू
कोलकाता. दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग इलाके में एक व्यक्ति पर रिश्तेदार को पिता दिखाकर भारतीय पहचान पत्र तैयार करवाने का गंभीर आरोप लगा है. आरोपी की पहचान शफीक गाजी के रूप में हुई है, जो कथित रूप से बांग्लादेश मूल का निवासी बताया जा रहा है. मामले की शिकायत प्रशासन और चुनाव आयोग दोनों से की गयी है.
सूत्रों के अनुसार, शफीक गाजी कुछ वर्ष पहले बांग्लादेश से भारत आया था. दिल्ली में रहने के दौरान उसकी मुलाकात सलीमा गाजी उर्फ सालेमा नामक महिला से हुई और दोनों ने विवाह किया. शादी के बाद शफीक अपनी पत्नी के साथ कैनिंग में उसके मायके में रहने लगा. आरोप है कि शफीक ने पत्नी के मामा जैनुल गाजी के नाम और पहचान का इस्तेमाल करते हुए उन्हें अपना पिता दिखाया, जिसके आधार पर उसने भारतीय मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड बनवा लिया. करीब एक वर्ष पहले जब जैनुल गाजी को इस कथित फर्जीवाड़े की जानकारी मिली, तो उन्होंने कैनिंग थाने में शिकायत दर्ज करायी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. अब, जब राज्य में फर्जी नागरिकों की पहचान प्रक्रिया तेज हुई है, उन्होंने फिर से चुनाव आयोग और कैनिंग के उप-मंडल अधिकारी को लिखित शिकायत सौंपी है. शिकायत के बाद से शफीक गाजी फरार बताया जा रहा है. वहीं, उसकी पत्नी सलीमा गाजी ने पति का बचाव करते हुए दावा किया कि जैनुल गाजी ही शफीक के असली पिता हैं और संपत्ति विवाद के कारण वे झूठे आरोप लगा रहे हैं. प्रशासन ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है.
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