कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘लक्खी भंडार’ को लेकर दक्षिण 24 परगना के महेशतला से चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी है. आरोप है कि योजना के तहत मिलने वाली राशि असली लाभार्थियों की जगह ठगों के खातों में जा रही है. महेशतला नगरपालिका के वार्ड दो की निवासी नाजमा बेगम ने जब शिकायत दर्ज करायी कि उनके खाते में दो साल से एक भी रुपया नहीं आया, तब जाकर पूरे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ. जांच में पता चला कि उनके आधार कार्ड के जरिए हर महीने नियमित रूप से पैसे किसी और खाते में ट्रांसफर हो रहे हैं.नाजमा जब बैंक गयी, तो पता चला कि उसके खाते में कोई राशि नहीं आयी. फिर उसने जिला साइबर क्राइम शाखा में शिकायत दर्ज करायी. जांच में पता चला कि योजना की राशि मुर्शिदाबाद के एक बैंक खाते में ट्रांसफर हो रही है. अब पुलिस को शक है कि यह किसी बड़े फ्रॉड नेटवर्क का हिस्सा है. सूत्रों के अनुसार, हुगली के रिसड़ा और मुर्शिदाबाद के कुछ बैंकों से जुड़ी ऐसी ही कई ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है. सूत्रों के अनुसार, महेशतला नगरपालिका इलाके में करीब 60 महिलाओं को ‘लक्खी भंडार’ योजना की राशि नहीं मिल रही है. पुलिस और जिला प्रशासन दोनों ने जांच शुरू कर दी है. कई खातों और डिजिटल रिकॉर्ड्स की छानबीन की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

