हल्दिया. दीघा-मोहना में रविवार को मछुआरों के जाल में एक साथ करीब 88 तेलिया भोला मछलियां फंसने से पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गयी. ये मछलियां करीब 59.3 लाख रुपये में बिकीं. पूर्वी भारत में बड़े समुद्री मछली नीलाम केंद्रों में से एक दीघा-मोहना में रविवार को आसिफ खान के ट्रॉलर से लायी गयीं इन तेलिया भोला मछलियों की नीलामी हुई. इस दौरान पर्यटकों से लेकर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. नीलामी में सात किलोग्राम वजनी 21 मछलियां 2.96 लाख रुपये में, 12 किलोग्राम की 30 मछलियां 9.66 लाख रुपये में और 22 किलोग्राम की 37 मछलियां 46.68 लाख रुपये में बिकीं. कुल मिलाकर 1.325 टन तेलिया भोला मछलियों की बिक्री से लगभग 59.3 लाख रुपये में हुई. इतनी बड़ी कीमत पर मछलियों की बिक्री से न केवल मछुआरे, बल्कि दीघा के मछली व्यापारियों में भी उत्साह का माहौल है. नीलामी स्थल पर इतनी भीड़ उमड़ी कि आढ़तदारों को नीलामी प्रक्रिया पूरी करने में दिक्कतें आयीं. कई लोग मोबाइल से मछलियों की तस्वीरें लेने के लिए व्यस्त रहे. मछुआरों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से खराब मौसम और समुद्र में तूफानी लहरों के कारण मछली पकड़ने का काम ठप था, जिससे सभी निराश थे, लेकिन मौसम सामान्य होते ही जाल डालने के बाद इस बार किस्मत ने उनका साथ दिया. दीघा फिशरमैन एंड फिश ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव श्याम सुंदर दास ने बताया, “तेलिया भोला मछली मिलना पूरी तरह भाग्य पर निर्भर करती हैं. 20 जाल फेंकने पर भी यह जरूरी नहीं कि किसी को यह मछली मिले. यह बेहद कीमती होती हैं, क्योंकि इसके पोटका (फुलका थैला) से महंगे पदार्थ तैयार किये जाते हैं.” दास ने आगे कहा कि दीपावली से पहले मिली इस बड़ी आय से मछुआरों को बहुत राहत मिली है.
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