कल भक्त मां की करेंगे सोलह आना पूजा
मां को स्नान कराने के बाद व्रती महिलाएं खेलेंगी पारंपरिक सिंदूर खेला
हावड़ा : सलकिया अंचल की एतिहासिक श्री श्री शीतला माता स्नान यात्रा का उत्साह चरम पर है. शनिवार दोपहर अरविंद रोड स्थित बड़ी शीतला माता मंदिर से बड़ी मां पालकी में सज-धज कर स्नान यात्रा के लिए निकलेंगी. इस दौरान उनकी अन्य बहनों की पालकी भी सलकिया के अन्य इलाकों में स्थित मंदिरों से निकलेगी.
माघ-पूर्णिमा के अवसर पर होने वाली शीतला स्नान यात्रा के दिन बड़ी मां के मंदिर और बांधाघाट गंगातट के मध्य सड़क के दोनों किनारों पर लाखों की संख्या में भक्त हाथोें में बतासा-फूल लेकर खड़े रहते हैं. इस दौरान भक्तों में मां की पालकी को कंधा देने की भी होड़ लगी रहती है.
पूरे सलकिया अंचल की परिक्रमा और सभी बहनों के साथ मिलने के बाद मां की पालकी बांधाघाट पहुंचती है. स्नान के बाद जब मां अपने मंदिर में लौटती हैं तो हजारों की संख्या में कलश में गंगाजल लेकर खड़े भक्त मां का जलाभिषेक करते हैं. स्नान के बाद व्रती महिलाएं एक दूसरे के साथ पारंपरिक सिंदूर खेला खेलती हैं.
इसके पश्चात मंदिर पहुंचने के बाद बड़ी मां का भव्य श्रृंगार किया जाता है. फिर सभी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जाते हैं. स्नान यात्रा संपन्न होने के बाद भी सैकड़ों भक्त रातभर मंदिर में ही गुजारते हैं. ताकि दूसरे दिन एक बार फिर मां सोलह आना पूजो दे सकें. सोलह आना पूजो के साथ ही मां शीतला स्नान यात्रा संपन्न होती है और भक्त अपना उपवास तोड़ते हैं.
हावड़ा वेलफेयर ट्रस्ट ने की पेयजल की व्यवस्था
सलकिया के श्री शीतला माता स्नान यात्रा महोत्सव पर हावड़ा वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से व्यापक स्तर पर नि:शुल्क पेयजल आपूर्ति का प्रबंध किया गया है. ट्रस्ट के सेवा कार्य प्रभारी सत्यनारायण खेतान ने बताया कि ट्रस्ट की 3 बड़ी जलवाहिनियों द्वारा सलकिया-बांधाघाट, बनारस रोड से लेकर स्नानयात्रा से सम्बद्ध सभी मार्गों पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से लगनेवाले शिविरों में पेयजल आपूर्ति का प्रबंध रहेगा, जबकि मोबाइल पेयजल वाहिनियां प्रमुख स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिये शुद्ध पेयजल के साथ उपलब्ध रहेंगी. इसके अलावा बिराडिंगी बनारस रोड स्थित ट्रस्ट के सेवा सदन में शीतल शर्बत-शिकंजी व चाय वितरण शिविर लगाया जायेगा.