कोलकाता : एनआइए ने ट्रांजिट वारंट हासिल करने के लिए जमात-उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के 22 वर्षीय एक संदिग्ध आतंकवादी को मंगलवार को कोलकाता की एक विशेष अदालत में पेश किया. एक दिन पहले उसे बेंगलुरु मोड्यूल के मामले में गिरफ्तार किया गया था. एनआइए ने बताया कि आरोपी मोहम्मद हुसैन उर्फ मूसा पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला है और उस पर भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जेएमबी का सदस्य होने का संदेह है.
उसने बताया कि हुसैन को सोमवार को बेंगलुरु के चिक्काबानवरा में एक मकान से पांच हथगोले, तीन ग्रेनेड कैप, नौ-नौ मिलीमीटर के तीन आइइडी सर्किट,एक एयरगन, संदिग्ध विस्फोटक पाउडर और अन्य अभियोजन योग्य सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया था.
यह मकान जेएमबी सदस्यों को किराये पर दिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि हुसैन बेंगलुरु में कथित रूप से जेएमबी का प्रचार कर रहा था और आतंकवादी गतिविधियों की साजिश कर रहा था. एनआइए के अनुसार, जांच से खुलासा हुआ कि हुसैन विध्वंसक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए मार्च, 2018 के पहले हफ्ते में आसिफ इकबाल उर्फ नदीम के साथ बेंगलुरु गया था.
अधिकारियों के मुताबिक, बेंगलुरु में हुसैन और जेएमबी के संदिग्ध सदस्यों- जाहिद-उल इस्लाम, कादर काजी, हबीबुर रहमान, आदिल शेख और नजीर शेख एवं अन्य भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के वास्ते जेएमबी के लिए पैसे जुटाने के लिए कथित रूप से दो डकैतियां कीं. एनआइए ने कहा कि वह आरोपी से अपनी हिरासत में और पूछताछ करेगी.