– ममता पर संविधान उल्लंघन का लगाया आरोप, अदालत में करेगी फरियाद
कोलकाता : नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में प्रदेश भाजपा ने 23 दिसंबर को कोलकाता में व 24 दिसंबर को उत्तर बंगाल में महारैली करने की घोषणा की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाने की घोषणा की है. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को भाजपा के पदाधिकारी व जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की और बैठक में विभिन्न जिलों में हिंसा को लेकर चर्चा हुई.
बैठक के बाद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद पश्चिम बंगाल हिंसा की घटना जारी है. संसद ने विधेयक पारित कर दिया तथा राष्ट्रपति ने विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिया. इससे यह विधेयक अब कानून बन गया है, लेकिन मुख्यमंत्री टीवी चैनलों में विज्ञापन देकर घोषणा कर रही हैं कि बंगाल में नागरिकता संशोधन विधेयक को नहीं माना जायेगा. यह पूरी तरह से कानून और संविधान का उल्लंघन है. वह खुद कानून नहीं मान रही हैं. उनके बयान से बंगाल जल रहा है. इसके खिलाफ भाजपा अदालत का दरवाजा खटखटायेगी.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी खुद को कानून ही नहीं मान रही हैं, वरन कानून तोड़ने वालों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. आगजनी की घटना के साथ-साथ हिंदुओं के घरों पर हमले किये जा रहे हैं. बांग्लादेश से आये घुसपैठिये आगजनी और तांडव कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री चुप हैं. पुलिस और प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 18 सीटें जीती हैं. जनता ने भाजपा पर विश्वास जताया है. यदि सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो वे लोग खुद सड़क पर उतरेंगे.
उन्होंने कहा कि ये तांडव बांग्लादेशी घुसपैठिये मचा रहे हैं. इसमें देश के मुस्लिम शामिल नहीं हैं. राज्य सरकार उनको प्रश्रय दे रही है, क्योंकि वे ममता सरकार के वोटबैंक हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री ने नागरिकता संशोधन विधेयक पारित कर बांग्लादेशी शरणार्थियों से किया अपना वादा निभाया है. इस कारण 23 दिसंबर को भाजपा कोलकाता में महारैली करेगी. इसमें लाखों लोग शामिल होंगे, जबकि 24 दिसंबर को उत्तर बंगाल में महारैली की जायेगी.