– बंगाल के 330 स्थानों से निकाला गया पथ संचलन
।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : नवरात्रि की शुरुआत पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों ने पूरे राज्य के विभिन्न इलाकों में पथ संचलन (रूट मार्च) निकाल कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. पूरे राज्य में लगभग 330 स्थानों से स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला. इनमें कहीं-कहीं 500 से अधिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया.
स्वयंसेवक गणवेश (आरएसएस स्वयंसेवकों की खाकी की पैंट और सफेद शर्ट की पोशाक) में पथ संचलन में हिस्सा लिया. उनकी हाथों में लाठियां थीं. ड्रम बजाते हुए स्वयंसेवक भारत माता का जय.. का जयघोष कर रहे थे. वहीं, अंत में मेटाडोर पर मां भारती की तस्वीर लगी हुई थी, जो पथ संचलन के साथ-साथ चल रहा था.
सुदूर दक्षिण कोलकाता में बैष्णवघाटा पाटुली फायर ब्रिगेड, बांसद्रोणी सरोज संघ क्लब, शक्तिगढ़ मैदान से विभिन्न रूटों से होते हुए पथ संचलन गरिया किशोर कल्याण संसद के समक्ष समाप्त हुआ. सुदूर कोलकाता के अतिरिक्त कोलकाता के विभिन्न इलाकों, दुर्गापुर, आसनसोल, बर्धमान, मेदिनीपुर, बांकुड़ा सहित विभिन्न इलाकों में पथ संचलन निकाला गया.
आरएसएएस के प्रांत प्रचारक प्रमुख बिप्लव राय ने प्रभात खबर को बताया कि इस वर्ष पूरे राज्य में लगभग 330 स्थानों पर स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला है. पूर्व वर्ष की तुलना में इस वर्ष लोगों में उत्साह बहुत ही अधिक था. उन्होंने कहा कि विजयादशमी संघ का स्थापना दिवस है. पिछले चार-पांच वर्षों से बंगाल में खंड और नगर स्तर पर नवरात्रि के अवसर पर पथसंचलन निकाला जा रहा है तथा लगातार लोगों की संख्या इसमें बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि लोगों की न केवल आरएसएस के प्रति रूचि और जागरूकता बढ़ी है, वरन अब लोग खुलकर आरएसएस के कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं. बंगाल पुनर्जागरण के दौर से गुजर रहा है.