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राज्य के हिंदीभाषी ममता के साथ : जितेंद्र
कोलकाता : राज्य के हिंदी भाषी मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ हैं. मां, माटी, मानुष सरकार के कार्यकाल के दौरान हिंदी भाषियों के विकास के लिए सुश्री बनर्जी ने कई कदम उठाये हैं और हिंदी भाषियों को सम्मान दिया है. आसनसोल के मेयर और पांडेश्वर विधानसभा के विधायक जितेंद्र तिवारी ने प्रभात […]
कोलकाता : राज्य के हिंदी भाषी मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ हैं. मां, माटी, मानुष सरकार के कार्यकाल के दौरान हिंदी भाषियों के विकास के लिए सुश्री बनर्जी ने कई कदम उठाये हैं और हिंदी भाषियों को सम्मान दिया है.
आसनसोल के मेयर और पांडेश्वर विधानसभा के विधायक जितेंद्र तिवारी ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहा कि वाममोर्चा के 34 वर्षों के शासनकाल में हिंदी भाषियों को कभी भी सम्मान नहीं मिला था, लेकिन ममता बनर्जी की सरकार ने हिंदी भाषियों को सम्मान दिया.
लंबे समय से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक में हिंदी में भी प्रश्न पत्र देने की मांग हो रही थी, लेकिन सुश्री बनर्जी ने इसे क्रियान्वित किया और अब हिंदी भाषा में भी प्रश्न पत्र आते हैं. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में भाषा, जाति और धर्म के आधार पर कोई भी भेदभाव नहीं है.
आसनसोल और सिलीगुड़ी में हिंदी कॉलेज खोले गये. हावड़ा में पहली बार हिंदी विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया गया है और इस विश्वविद्यालय की शाखाएं आसनसोल और सिलीगुड़ी में भी खोली जायेगी. शिल्पांचल इलाके में 56 हिंदी भाषी स्कूलों को उच्च माध्यमिक का दर्जा दिया गया है और 38 स्कूलों को उच्च माध्यमिक बनाया गया है.
आसनसोल निगम में हिंदी अकादमी खोली गयी है. उन्होंने कहा कि छठ पूजा हिंदी भाषियों का त्यौहार है. राज्य सरकार ने छठ पूजा के दौरान सरकारी कार्यालयों में अवकाश देना शुरू किया है तथा सुश्री बनर्जी खुद भी छठ पूजा में हिस्सा लेती हैं. उन्होंने कहा कि हाल में हिंदी भाषियों द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में भी सुश्री बनर्जी ने हिस्सा लिया और हिंदी भाषियों के हित को सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है.
श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा राज्य में धर्म की राजनीति कर रही है. धर्म और जाति के नाम पर राज्य के लोगों में भेदभाव पैदा करना चाहती है, लेकिन राज्य की जनता कभी भी इसे स्वीकार नहीं करेगी. बंगाल के लोग शांति में विश्वास करते हैं और शांति के साथ रहना चाहते हैं.
उन्होंने दावा किया कि भाजपा को राज्य में एक भी सीट नहीं मिलेगी और सुश्री बनर्जी ने 42 में से 42 सीटों पर तृणमूल की जीत का एलान किया और राज्य में तृणमूल कांग्रेस ही सभी 42 सीटें जीतेगी. लोकसभा चुनाव से साबित हो जायेगा कि राज्य की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ है और 2019 में बीजीपी फिनिश हो जायेगी और केंद्र में यूनाइटेड इंडिया की सरकार बनेगी. केंद्र में सरकार गठन करने में बंगाल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.
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