कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रंगदारी, बेरोजगारी, गरीबी और हिंसा चरम पर है. गली से लेकर मुहल्ले तक, सभी जगहों पर तृणमूल की सरकार रंगदारी वसूल रही है और इसलिए डर से उद्योगपति बंगाल में आना नहीं चाहते हैं. ये बातें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहीं.
गुरुवार को उत्तर 24 परगना के पानीहाटी लोक संस्कृति भवन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने कहा कि बंगाल में एक के बाद कल-कारखाने सारे बंद हो गये और सारे उद्योग बंगाल से बाहर चले गये. इन सबके लिए बंगाल सरकार की नीतियां जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि दीदी को सत्ता से हटाने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है और आनेवाले दिनों में इसका रिजल्ट भी दीदी को देखने को मिलेगा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बीजेपी को पश्चिम बंगाल की जनता से मिल रहे प्यार से डर गयी हैं. यही कारण है कि ममता, बीजेपी नेताओं को रैली करने से रोक रही हैं. आज पश्चिम बंगाल की स्थिति काफी बदतर हो गयी है. उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी के समय जितने जुल्म और अत्याचार नहीं हुए थे, उससे भी ज्यादा आज ममता की सरकार में बंगाल में लोगों पर जुल्म और अत्याचार हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विरोधियों का एक गंठबंधन हुआ है लेकिन उनका गंठबंधन बिना सेनापति के दिशाविहिन सेना समान है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सारधा चिटफंड मामले की जांच चल रही है और अगर पुलिस कमिश्नर को डर नहीं है, तो फिर जांच में बाधा क्यों दी जा रही है.
तृणमूल के नेतागण जेल में गये, तब मुख्यमंत्री ने इतना विरोध नहीं किया था, लेकिन जांच के लिए कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर सीबीआई के पहुंचते ही बचाव के लिए मुख्यमंत्री धरने पर बैठ गयीं. सभा में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजुमदार समेत कई नेतागण मौजूद थे.