– लोक निर्माण विभाग लापरवाही से गिरा ब्रिज, दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज को पूरी तरह से तोड़ दिया जायेगा और उसके स्थान पर यहां अत्याधुनिक तरीके से नये फ्लाइओवर का निर्माण किया जायेगा और एक वर्ष के अंदर नये ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. यह जानकारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दी.
गौरतलब है कि माझेरहाट ब्रिज को लेकर मुख्य सचिव के नेतृत्व में बनी उच्च स्तरीय जांच समिति ने शुक्रवार को प्राथमिक रिपोर्ट पेश की है और कहा है कि इस ब्रिज की मरम्मत करने से भी इसकी स्थिति बेहतर नहीं होगी. इसलिए माझेरहाट ब्रिज को पूरी तरह से तोड़ कर वहां नया फ्लाइओवर का निर्माण करने का फैसला लिया गया है.
रिपोर्ट में दिये गये तथ्यों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि इस रिपोर्ट में ब्रिज गिरने के पीछे लोक निर्माण विभाग की लापरवाही को भी एक प्रमुख कारण बताया गया है. उन्होंने कहा कि 2016 में पीडब्ल्यूडी ने माझेरहाट पुल के बारे में जानकारी दी थी लेकिन इसकी मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया, ऐसे में वो इस हादसे के जिम्मेदार होते हैं.
उन्होंने कहा कि आखिर क्यों समय रहते उसकी मरम्मत नहीं की गयी. अगर मरम्मत नहीं की गयी तो वहां सावधानियां क्यों नहीं बरती गयी. इसके लिए लोक निर्माण विभाग जिम्मेवार है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में जिस भी अधिकारी का नाम सामने आयेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब है कि माझेरहाट ब्रिज गिरने की घटना के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक जांच समिति का गठन किया था. तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि पुल के ढह जाने के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मलय दे की अगुवाई में एक समिति जांच करेगी. उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ, किसी को बख्शा नहीं जायेगा.’
अब शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इस पुल को गिराने का फैसला किया है और इसकी जगह नया पुल तैयार किया जायेगा जो एक साल में बनकर तैयार होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता. हालांकि मेट्रो निर्माण कार्य इससे प्रभावित हो सकता है. उन्होंने कहा कि दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में मेट्रो से जुड़े निर्माण कार्य के कारण वाइब्रेशन (कंपन) का भी उल्लेख किया गया है. साथ ही रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही का भी उल्लेख किया गया है.

