कोलकाता : देश के कई उत्तरी राज्यों में किसान संगठनों द्वारा सरकार से ऋण माफ करने और अपनी फसलों के सही दाम देने की मांग को लेकर शुरू किये गये 10 दिवसीय प्रदर्शनों में पश्चिम बंगाल के किसानों ने भाग नहीं लिया.
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में प्रदर्शनकारियों ने मंडियों और थोक बाजारों का बहिष्कार करने का आह्वान किया. इसके चलते खाद्य उत्पादों की कमी और सामानों के दाम बढ़ने का खतरा पैदा हो गया. पश्चिम बंग प्रादेशिक कृषक सभा के सचिव अमाल हल्दर ने बताया, ‘बंगाल में बाजारों का बहिष्कार करने की कोई योजना नहीं है.’