बकाया मुआवजा मिलने तक गांव नहीं छोड़ेंगे : भाटमुरा के निवासी
पांडवेश्वर. इसीएल के सोनपुर बजारी क्षेत्र के पुरान भाटमुरा गांव में रविवार को उस वक्त तनाव उत्पन्न हो गया, जब इसीएल अधिकारी सुरक्षा गार्डों के साथ गांव से ट्रांसफार्मर हटाने पहुंचे. ग्रामीणों के विरोध के चलते अधिकारियों को बिना ट्रांसफार्मर हटाये लौटना पड़ा.70 प्रतिशत ग्रामीण अब भी गांव में रह रहे ः ग्रामीणों का कहना है कि इसीएल ने भाटमुरा गांव का पुनर्वास पहले ही कर दिया है, लेकिन आज भी लगभग 70 प्रतिशत लोग गांव में रह रहे हैं. कारण यह है कि पुनर्वास के बावजूद कई लोगों को अब तक उनका बकाया मुआवजा नहीं मिला है.
गांव में वर्तमान में दो बिजली कनेक्शन हैं, एक राज्य सरकार का और दूसरा इसीएल का. जब पूरा गांव बसा हुआ था, तब इसीएल द्वारा बिजली की आपूर्ति की जाती थी. ग्रामीणों का कहना है कि वे तभी गांव छोड़ेंगे, जब इसीएल उनका बकाया मुआवजा चुका देगा.‘बिना भुगतान के गांव खाली नहीं करेंगे’
स्थानीय निवासी अजीत पाल और बापी बाउरी ने बताया कि इसीएल ने पुनर्वास तो किया, लेकिन अब भी सैकड़ों लोग पुराने गांव में रह रहे हैं. रविवार सुबह अचानक ईसीएल अधिकारी ट्रांसफार्मर खोलने पहुंचे, जिससे हंगामा हो गया.अधिकारियों से जब आने का कारण पूछा गया, तो वे स्पष्ट जवाब नहीं दे सके. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक उनका बकाया भुगतान नहीं होता, तब तक वे गांव नहीं छोड़ेंगे और किसी भी कीमत पर बिजली कनेक्शन नहीं हटाने देंगे.
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