पुरुलिया.
रघुनाथपुर-2 प्रखंड के जामुआडी गांव में सड़क की बदहाल स्थिति ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जर्जर मार्ग के कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो चुकी है और एंबुलेंस तक गांव नहीं पहुंच पा रही है. नतीजतन गंभीर बीमार मरीजों को ग्रामीण खाट पर लिटा कर कंधों पर उठाकर अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं. हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने इस स्थिति को उजागर किया है.ग्रामीणों की दिक्कतें व रोजमर्रा की परेशानी
गांव के छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को इस खराब सड़क से गुजरना पड़ रहा है. लोग अक्सर चप्पल हाथ में लेकर सड़क पार करते देखे जाते हैं. भाजपा नियंत्रित बड़ड़ा ग्राम पंचायत के अधीन आदिवासी बहुल तालडीपाड़ा क्षेत्र का यह गांव झारखंड सीमा से लगे दामोदर नदी के तट पर बसा है. ग्रामीणों का कहना है कि हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं.सड़क निर्माण को लेकर राजनीति, आरोप-प्रत्यारोप
तृणमूल कांग्रेस की स्थानीय पंचायत सदस्य महारानी हेम्ब्रम ने आरोप लगाया कि भाजपा-नियंत्रित बड़ड़ा पंचायत उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कर रही है क्योंकि वह तृणमूल से चुनी गई हैं. वहीं बड़ड़ा ग्राम पंचायत के उप प्रधान रामेश्वर बाउरी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सड़क लगभग 800 मीटर लंबी है और इसका निर्माण पंचायत समिति के अंतर्गत आता है. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल संचालित पंचायत समिति सहयोग नहीं कर रही है, जिस कारण कई विकास कार्य अधूरे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

