आसनसोल/नियामतपुर.
कुल्टी थाना क्षेत्र के सीतारामपुर रहमानपाड़ा इलाके के निवासी जावेद बारी हत्याकांड में पुलिस ने आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के ओके रोड इलाके का निवास व शूटर मोहम्मद आदिल आलम के साथ उसके अन्य तीन साथी बाबू तालाब इलाके का निवासी मोहम्मद सुल्तान, रेलपार मुसद्दी मोहल्ला का निवासी मोहम्मद फैजल और ओके रोड इलाके का निवासी मोहम्मद एहसान उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर सोमवार को अदालत में पेश किया. अदालत ने आरोपियों को छह दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया. जावेद बारी को इनलोगों ने 29 अगस्त की रात को रहमानपाड़ा इलाके में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी. चलती बाइक से मोहम्मद आदिल ने जावेद के सिर पर गोली मारी. एक ही गोली चली और जावेद ढेर हो गये. सीसीटीवी में गोली चलने का पूरा वीडियो रिकॉर्ड हुआ है.जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी और रविवार रात को सारे आरोपी पकड़े गये. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के हॉटन रोड इलाके का निवासी मोहम्मद चांद ने उन्हें हत्या करने का काम सौंपा था. जिसके एवज में उसने पांच लाख रुपये की सुपारी ली थी. काम खत्म होने के बाद पेमेंट देने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक कोई पैसा नहीं मिला है. चांद फरार है. पुलिस सूत्रों के अनुसार चांद को सुपारी बस्तीन बाजार इलाके के निवासी व जावेद का बहनोई आसिफ खान ने दिया था, वह भी फरार है. कांड के दौरान उपयोग किया गया दोनों दो पहिया वाहन पुलिस ने बरामद कर लिया है. हथियार भी जल्द बरामद कर लेने की बात पुलिस ने कही. गौरतलब है कि 29 अगस्त रात करीब साढ़े दस बजे सीतारामपुर रहमानपाड़ा इलाके के निवासी व आसनसोल नगर निगम के कुल्टी बोरो कार्यालय के कर्मचारी जावेद बारी को अपराधियों ने उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक की पत्नी शबनम खानम ने जावेद के चचेरे भाई इंतेखाब आलम, चचेरी बहन फराह नाज और उसके पति आसिफ खान को नामजद आरोपी बनाकर प्राथमिकी दर्ज करवायी. पुस्तैनी जमीन विवाद को हत्या का कारण बताया गया. पुलिस ने शिकायत मिलते ही इंतेखाब आलम को गिरफ्तार कर लिया. इंतेखाब ने ही शूटरों को दिखाया कि ये जावेद बारी है. जिसके बाद शूटरों ने कांड को अंजाम दिया. मामले में पुलिस ने चचेरी बहन फराह नाज और चचेरा भतीजा फैजल शेख सैयद को गिरफ्तार किया. पुलिस रिमांड में आरोपियों से पूछताछ के बाद हत्यारों का खुलासा हुआ और पुलिस ने चार आरोपियों को रविवार गिरफ्तार कर लिया. अबतक कुल सात आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और दो मुख्य आरोपी मोहम्मद चांद और आसिफ खान फरार है.
हत्या की सुपारी देनेवाला आसिफ और लेनेवाले चांद की तलाश
जावेद हत्याकांड में अबतक जो भी खुलासा हुआ है, उसमें यह बात सामने आयी है कि हत्या के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी. यह सुपारी मृतक के बहनोई आसिफ खान ने मोहम्मद चांद को दी थी और चांद ने ही शूटरों को हत्या का कांटेक्ट दिया था. कांड को अंजाम देने का सारा प्लान चांद ने ही बनाया था और प्लान एकदम सही बैठा. घटना को अंजाम देने के दौरान चांद भी वहीं मौजूद था. चांद और आसिफ की गिरफ्तारी के बाद ही इस कांड का विस्तार से पूरा खुलासा होगा.बैकअप प्लान के तौर पर तैनात थे दो शूटर, गलती की नहीं थी गुंजाइश
कांड को अंजाम देने के लिए चांद ने पूरा प्लान तैयार किया था. दो टीमों में चार शूटरों को तैनात किया गया था. गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी. पूरा बैकअप प्लान तैयार किया गया था. पहले टीम में दो पहिया वाहन पर मोहम्मद आदिल और मोहम्मद फैजल थे और दूसरे टीम में मोहम्मद सुल्तान और मोहम्मद एहसान थे. किसी कारण यदि पहला टीम अपना निशाना चूक जाता तो दूसरा टीम काम को पूरा करके निकलता. लेकिन पहले टीम ने ही काम पूरा कर दिया. एक हाथ से वाहन चलाते हुए मोहम्मद आदिल ने दूसरे हाथ से गोली चलायी, गोली जावेद के सिर में लगी और वो वहीं लुढ़क गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

