बांकुड़ा.
अखिल भारतीय लोकतांत्रिक युवा संगठन (एआइडीवाइओ) ने सोमवार को जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. संगठन ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक अधिकारों को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कई मांगें रखीं. इनमें भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों पर हमले रोकने, प्रवासी मजदूरों को फोटो पहचान पत्र देने, 26 हजार योग्य शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति करने, भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों को सख्त सजा देने, बेरोजगारों को काम और बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध कराने जैसी मांगें शामिल थीं.युवाओं का मार्च व नारेबाजी
प्रदर्शनकारी युवा बांकुड़ा शहर के माचानतला के तामलीबांध से नारे लगाते हुए विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. वहां कुछ देर तक विरोध प्रदर्शन चला. संगठन ने शराब और नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध, सांप्रदायिकता की रोकथाम, ट्रेनों को समय पर चलाने और रेलवे किनारे रहने वालों को पुनर्वास के बिना बेदखल न करने की भी मांग उठाई. सभा को एआइडीवाइओ पश्चिम बंगाल राज्य समिति के सदस्य शीर्षेंदु विकास सासमल और जिला सचिव व राज्य सचिव मंडल के सदस्य सबीरुद्दीन भुईंया ने संबोधित किया. जिला अध्यक्ष पूर्ण माजी के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा. जिलाधिकारी ने मांगों की वैधता स्वीकार की और आश्वासन दिया कि इन्हें उच्च अधिकारियों तक भेजा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

