आसनसोल.
डिजिटल सशक्तिकरण और बेहतर यात्री सुविधा की दिशा में भारतीय रेलवे के निरंतर प्रयासों के तहत पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने हाल ही में लॉन्च किए गए ‘रेलवन’ ऐप के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया है. इस पहल का उद्देश्य यात्रियों को ऐप की विस्तृत सेवाओं से परिचित कराना और उन्हें यात्रा के एक स्मार्ट, तेज़ और अधिक कनेक्टेड तरीके का अनुभव देने के लिए प्रोत्साहित करना है.एक प्लेटफॉर्म पर सभी रेलवे सेवाएं
रेलवन ऐप, जो एंड्रॉइड प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर पर उपलब्ध है, कई रेलवे सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाता है. “कोई भी टिकट बुक करें. किसी भी ट्रेन को ट्रैक करें. खाना ऑर्डर करें. शिकायत दर्ज करें. रिफंड प्राप्त करें. सब कुछ एक क्लिक में ” – इस नारे के साथ ऐप यात्रियों के लिए अलग-अलग प्लेटफार्मों को एकीकृत कर सुविधा प्रदान कर रहा है.डिजिटल प्रचार और संपर्क कार्यक्रम
आसनसोल मंडल ने स्टेशनों पर डिजिटल डिस्प्ले, ब्रोशर वितरण और यात्री संपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से ऐप की प्रमुख विशेषताओं को उजागर किया है. इसमें आर-वॉलेट के माध्यम से 3% छूट के साथ अनारक्षित यूटीएस टिकट बुकिंग, लाइव ट्रेन ट्रैकिंग, ऑनलाइन शिकायत निवारण, रिफंड प्रबंधन और ई-कैटरिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं. इसके अलावा पोर्टर बुकिंग और लास्ट-माइल टैक्सी सेवा जैसी सुविधाओं का भी प्रदर्शन किया गया है, जिससे यात्रियों की यात्रा और सुविधाजनक हो सके. मंडल यात्रियों को यह भी बता रहा है कि मौजूदा यूटीएस और रेलकनेक्ट क्रेडेंशियल्स का उपयोग रेलवन ऐप तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है. ऐप में एमपिन या बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से सिंगल साइन-ऑन लॉगिन की सुविधा है. नकदीरहित लेनदेन के लिए आर-वॉलेट को भी इसमें एकीकृत किया गया है. आरक्षित टिकटों के लिए आईआरसीटीसी अधिकृत प्लेटफार्म बना हुआ है, जबकि रेलवन आधिकारिक रूप से स्वीकृत भागीदार के रूप में कार्य कर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

