बांकुड़ा.
राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों से सहकारी समवाय व्यवस्था को नुकसान पहुंचने की आशंका जताते हुए पश्चिम बंगाल समता बचाओ मंच ने बांकुड़ा में सहकारी सप्ताह मनाने का आह्वान किया है. पूरे देश में 14 से 20 नवंबर तक 72वां ‘निखिल भारत समता सप्ताह’ मनाया जा रहा है. इसी क्रम में बांकुड़ा शहर में एक विचार-विमर्श सभा आयोजित की गयी.सरकारी नीतियों पर आपत्तियां
सभा का आयोजन ‘मुटिया भवन’ में बांकुड़ा थाना समिति अध्यक्ष भास्कर सिन्हा की अध्यक्षता में किया गया. इसमें संगठन के थाना सचिव अशोक बनर्जी, उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रतीप मुखर्जी और उदय शंकर अधुर्य ने हिस्सा लिया. वक्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकारें सहकारी प्रणाली को कमजोर कर ‘सूक्ष्म वित्त’ मॉडल को बढ़ावा दे रही हैं. वक्ताओं ने यह भी कहा कि नये कानूनों के जरिये सहकारी समितियों में जमा करोड़ों रुपये को केंद्र नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है.
अनियमितताओं की जांच और सुधार की मांग
चर्चा में सभी मनोनीत बोर्डों को तत्काल समाप्त कर सहकारी समितियों का प्रबंधन निर्वाचित प्रतिनिधियों को सौंपने की मांग की गयी. साथ ही बांकुड़ा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित अन्य समितियों से लूटे गये करोड़ों रुपये की वसूली और दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही गयी. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संगठन के स्थापना दिवस 9 दिसंबर 2025 को आयोजित प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम में बांकुड़ा डीआरसीएस और जिला मजिस्ट्रेट को शामिल होने का अनुरोध किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

