आसनसोल.
लाइलाज बीमारी सिलिकोसिस को लेकर प्रशासन एक्शन मोड में चल रहा है. रैमिंगमास उद्योगों (क्वार्ज पत्थर को डस्ट करने का कारखाना) में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नियमों की अनदेखी के आरोप में पांच उद्योगों को बंद किया गया है. भाजपा नेता अविजित राय ने बताया कि श्रमिकों में फैल रही सिलिकोसिस बीमारी को लेकर पीएमओ जन शिकायत पोर्टल में चिट्ठी भेजी गयी थी. जिसपर कार्रवाई करने और क्या कार्रवाई हुई? इसकी जानकारी कार्यालय के साथ शिकायतकर्ता को भेजने का पत्र केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव को भेजा था. इसे लेकर क्या कार्रवाई हुई? यह जानने के लिए सोमवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आसनसोल क्षेत्रीय कार्यालय के प्रभारी सुदीप भट्टाचार्य से मुलाकात की. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी श्री भट्टाचार्य ने बताया कि सालानपुर प्रखंड इलाके में स्थित पांच उद्योगों आयुष मिनिरल, गोमती उद्योग, सौरव सिलिकेट, डोकानिया मिनरल और मां शेरावाली को नियमों के उल्लंघन के आरोप में बंद कर दिया गया है. एक कारखाना पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. पांच अन्य कारखानों पर कार्रवाई को लेकर आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गयी है. श्री भट्टाचार्य ने दावा किया कि आप जाकर देख सकते हैं कि यह कारखाने बंद हुए हैं या नहीं? शिकायत मिलने पर तुरंत जांच की जा रही है और नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है. गौरतलब है कि पश्चिम बर्दवान जिला की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में होती है. यहां हजारों की संख्या में छोटे, मझौले और बड़े उद्योग हैं. जहां उद्योग है वहां प्रदूषण भी है. कथित तौर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों की अनदेखी करके उद्योग चलाने का आरोप हमेशा कारखाना प्रबंधन पर लगता रहता है. इसमें रैमिंगमास उद्योगों में फैलने वाली प्रदूषण (सिलिका पत्थर का डस्ट) से सिलिकोसिस रोग का खतरा बना रहता है. जिले में काफी लोग इस बीमारी से आक्रांत हैं, लेकिन इनकी जांच नहीं होती है और एक-एक करके लोग मर रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर स्थानीय एक्टिविस्ट अमरनाथ महतो ने आवाज उठायी और उनकी इस आवाज को प्रभात खबर ने जनांदोलन में बदल दिया. जिसके फलस्वरूप कार्रवाई का सिलसिला आरंभ हुआ. सीलिकोसिस मरीजों को चिन्हित करने का कार्य शुरू हुआ. छह मरीजों को चिन्हित किया गया. चिन्हित करने का कार्य जारी है. इस बीच भाजपा नेता ने पीएमओ जन शिकायत पोर्टल में इसे लेकर शिकायत की. जिसपर कार्रवाई करने को लेकर सीपीसीबी ने पत्र भेजा है. जिलाधिकारी ने भी आधिकारियों को कार्रवाई का सख्त निर्देश दिया है. जिसके फलस्वरूप सालानपुर प्रखंड अंचल में पांच कारखानों को बंद किया गया और पांच अन्य की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गयी है. उनके निर्देश के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

