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केएनयू के समक्ष एसएफआइ कर्मियों का प्रदर्शन
पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में हो विकास, उपलब्ध हो सारी सुविधाएं पार्ट टाइम शिक्षकों के बजाय पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति हो विभाग में चुनींदा विषयों में पढ़ाई होने से बड़ी संख्या में छात्रों का हो रहा पलायन आसनसोल : माकपा की स्टूडेंट्स विंग, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) की बर्धवान जिला कमेटी के कार्यकर्ताओं ने […]
पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में हो विकास, उपलब्ध हो सारी सुविधाएं
पार्ट टाइम शिक्षकों के बजाय पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति हो विभाग में
चुनींदा विषयों में पढ़ाई होने से बड़ी संख्या में छात्रों का हो रहा पलायन
आसनसोल : माकपा की स्टूडेंट्स विंग, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) की बर्धवान जिला कमेटी के कार्यकर्ताओं ने केएनयू को पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने सहित पंद्रह सूत्री मांगों के समर्थन में सोमवार को काजी नजरूल विश्वविद्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों को आते देख विश्वविद्यालय प्रबंधन के निर्देश पर सुरक्षा गार्डो ने दोनों प्रवेश द्वारों पर अंदर से ताला लगा कर उन्हें परिसर के प्रवेश करने से रोक दिया. सूचना पाकर आसनसोल नॉर्थ थाना प्रभारी असीम मजूमदार, जहांगीरी मोहल्ला टीओपी प्रभारी अजीत कुंडू भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे. विश्वविद्यालय प्रबंधन के निर्देश पर पांच सदस्यीय शिष्टमंडल ने कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती की अनुपस्थिति में रजिस्ट्रार अब्राहम को मांग पत्र सौंपा. रजिस्ट्रार श्री अब्राहम ने मांग पत्र को संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
एसएफआइ की आसनसोल शाखा के सचिव हिमग चंद्र ने कहा कि पश्चिम बर्धवान जिले के स्थापना समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंच से कहा था कि आसनसोल के स्टूडेंटसों के लिए उपहार स्वरूप काजी नजरूल विश्वविद्यालय और नया जिला दिया गया है. स्टूडेंटसों को उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा. परंतु केएनयू में गिने चुने विषयों की ही पढ़ाई हो रही है. अभी भी बहुत से विषयों का पठन पाठन आरंभ नहीं हो पाया है. आसनसोल के स्टूडेंट्सों को पूर्ण विश्वविद्यालय चाहिए जहां सभी विषयों की पढ़ाई हो.
बर्धवान जिला कमेटी सचिव दिपंकर दे ने कहा कि आसनसोल के स्टूडेंटसों को आधा अधूरा विश्वविद्यालय नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वविद्यालय चाहिए, सभी संसाधन और सभी विषयों की पढ़ाई हो. बहुत से स्टूडेंटसों को इस समय भी दूरदराज के विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने जाना पड़ता हैं.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को पूरी तरह से यूजीसी और नैक्क स्वीकृत करना होगा. छात्रओं के होस्टल में पेयजल की समस्या, टॉयलेट की समस्या को दूर करना और खाने की व्यवस्था करनी होगी. सीबीसीएस बेस्ड प्रथम स्ेामेस्टर की परीक्षा के प्रश्न पत्रों और एडमीट कार्ड में असंख्य त्रुटियां पायी गयीं इनकी पुनरावृत्ति न हो. पार्ट टाइम अध्यापकों की जगह पूर्णकालिक अध्यापकों की नियुक्ति की जाये. बोर्ड ऑफ स्टडीज के साथ साथ अंडर ग्रेजूएट काउंसिल गठित करने की मांग की गयी. केएनयू के टीएमसीपी अध्यक्ष आदर्श शर्मा ने कहा कि एसएफआइ कार्यकर्ता बिना अनुमति के ही विश्वविद्यालय भवन के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान माइकिंग और नारेबाजी से केएनयू में कक्षा के दौरान पठन पाठन बाधित हुआ.
एसएफआइ के आसनसोल सचिव श्री चंद्र ने कहा प्रदर्शन और मांग पत्र सौंपने के संदर्भ में बारह दिनों पहले केएनयू के कुलपति डॉ चक्रवर्ती को सूचित किया गया था. प्रदर्शन और माइकिंग को लेकर पुलिस को भी सूचित किया गया था. नियमपूर्वक प्रदर्शन किया गया था. वीसी के आने पर पुन मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा जायेगा
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