आसनसोल : बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा काजी नजरूल यूनिवर्सिटी को पांच वर्षीय पूर्ण कालिक बीए एवं बी कॉम एलएलबी पाठयक्रम की मंजूरी दी गयी. बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने काजी नजरूल यूनिवर्सिटी में स्नातकोत्तर स्तरीय कानून की पढ़ाई को पहले ही मंजूरी दे चूकी है. काजी नजरूल यूनिवर्सिटी एवं इसके अधीनस्थ कॉलेजों में छात्र काफी वर्षों से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं. काजी नजरूल यूनिवर्सिटी में इसी सत्र 2019 20 से बीए एलएलबी एवं बी कॉम एलएलबी पांच वर्षिय पूर्ण कालिक पाठयक्रम आरंभ किया गया है.
कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती ने कहा कि यूनिवर्सिटी में इस सत्र से बीए, एलएलबी एवं बी कॉम एलएलबी पाठयक्रम आरंभ करने की दिशा में एक वर्ष पूर्व से ही तैयारियां चल रही थीं. यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने कुछ माह पहले ही काजी नजरूल यूनिवर्सिटी में बीए एलएलबी एवं बी कॉम एलएलबी पाठयक्रम आरंभ करने के संदर्भ में बार काउंसिल ऑफ इंडिया को आवेदन किया था.
उन्होंने कहा कि बीसीआई अधिकारियों की टीम ने इस संदर्भ में यूनिवर्सिटी में ढांचागत व्यवस्थाओं, कक्षाओं, पांच वर्षिय पूर्ण कालिक कानून की पढाई के लिए यूनिवर्सिटी में उपलब्ध अध्यापकों एवं अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संतोष जताया था. कुलपति डॉ चक्रवर्ती ने बीसीआई द्वारा यूनिवर्सिटी को बीए एलएलबी एवं बी कॉम एलएलबी को मान्यता दिये जाने को बहुत बड़ी उपलब्धि करार दिया.
काजी नजरूल यूनिवर्सिटी में बीए एलएलबी के लिए 60 एवं बी कॉम एलएलबी के लिए 60 सीटें हैं. यूनिवर्सिटी में कानून के अध्यापक हैं. कुलपति डॉ चक्रवर्ती ने कहा कि बीए एवं बी कॉम से संबंधित विषयों के लिए यूनिवर्सिटी में पहले से ही अनुभवी अध्यापक मौजूद हैं. यूनिवर्सिटी में इन दोनों पेशेवर एवं रोजगोन्मुखी पाठयक्रमों में दाखिले के लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में लगातार नये पाठयक्रमों को आरंभ किया जा रहा है.