• महंगाई की मार से रोजेदारो की परेशानी बढ़ी
• रोजा खोलने के दौरान खाद्य सामग्री के दामों में इजाफा
दुर्गापुर : रमजान में इस बार महंगाई की मार से रोजेदारों को परेशानी झेलना पड़ रही है. रोजा खोलने के दौरान खाद्य सामग्री के दाम काफी ऊपर पहुंच गए हैं. फलों के दामों में इतना उछाल आया है कि लोग खरीददारी में सोचना पड़ रहा है. तेज धूप और भीषण गर्मी के बीच शाम को इफ्तार के साथ खजूर, फल और अन्य पकवानों से रोजेदार अपना रोजा खोलते हैं. खजूर व फल अब उनकी पहुंच से दूर होने लगे हैं. रोजा इफ्तार के लिए शिल्पांचल के बाजार सामानों से पटा पड़ा है, लेकिन महंगाई की मार का असर साफ देखने को मिल रहा है.
रोजेदार इफ्तारी में अपनी पसंदीदा चीजों की खरीदारी करते हैं. फलों में सेब के अलावा पपीता, केला, मौसमी, अंगूर व अन्य फलों के दाम बढ़ गए हैं. कई फलों की कीमत 100 रुपये प्रति किलो पार पहुंच चुकी है. बाजारों में खरीदारी करने आए रोजेदार सलीम अंसारी का कहना है कि महंगाई के कारण फल खरीदते हुए सोचना पड़ रहा है. कुर्बान का कहना है कि महंगाई की वजह सीमित रूप से खरीदारी करनी पड़ रही है.
मौजूदा समय देखें तो फलों के दामों में पिछले साल की तुलना में 10 से 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है. रोजा खोलने के दौरान सबसे पहले खजूर खाने की प्रथा है. इस बार खजूर भी महंगाई से अछूता नहीं है.
बाजार में देखा जा रहा महंगाई का असर
महंगाई के चलते इफ्तार में फलों की मिठास दूर हो गई है. शहर के बेनाचिती, चंडीदास, मेन गेट, माया बाजार, मामड़ा बाजार, स्टेशन बाजार पर दुकानें तो सजी हैं, लेकिन महंगाई का असर दिख रहा है. अन्य दिनों की अपेक्षा बाजार में ग्राहकों की संख्या कम है. फल कारोबारी दिलीप साव का कहना है कि रमजान माह शुरू होते ही सभी फलों के दाम तेजी से बढ़े हैं. इसका असर बाजार में दिख रहा है. ग्राहक कम नजर आ रहे हैं. बस रोजेदार ही खरीदारी कर रहे हैं.