पानागढ़ / बर्दवान : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा धर्म के नाम पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन राज्य की जनता उसके मंसूबे को पूरी तरह से विफल कर देगी. राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तथा नरेंद्र मोदी का हिंदुत्व नहीं, रामकृष्ण परमहंस तथा स्वामी विवेकानंद का हिंदुत्व प्रभावी […]
पानागढ़ / बर्दवान : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा धर्म के नाम पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन राज्य की जनता उसके मंसूबे को पूरी तरह से विफल कर देगी. राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तथा नरेंद्र मोदी का हिंदुत्व नहीं, रामकृष्ण परमहंस तथा स्वामी विवेकानंद का हिंदुत्व प्रभावी है, जो सौहार्द्र और प्रेम का प्रतीक है, नफरत तथा घृणा का नहीं.
उन्होंने सोमवार को पूर्व वर्दवान जिले में रायना ब्लॉक के सेहरा बाजार, पूर्वस्थली दो ब्लॉक के जमालपुर तथा बर्दवान एक ब्लॉक के देवानदिघी में चुनावी सभाओं को संबोधित किया. उन्होंने बर्दवान पूर्व संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी सुनील कुमार मंडल तथा बर्दवान-दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी ममताज संघमित्रा के लिए समर्थन मांगा. इन चुनावी सभाओं में उमड़ी भीड़ से तृणमूल के वरीय नेता काफी उत्साहित थे.
तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करनेवाली शक्तियों की विचारधारा की पार्टी भाजपा बड़ी-बड़ी बात कह रही है. राज्य में धर्म विभाजन कर मतों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व विचारधारा के नाम पर दंगा करनेवाली पार्टी से सावधान रहना होगा. कांग्रेस, सीपीएम तथा भाजपा सभी एक साथ हैं. उन्होंने भाजपा को झूठा पार्टी कहते हुए दावा किया कि तृणमूल राजनीतिक रूप से इसका मुंहतोड़ जवाब देगी. आम जनता के पास एकमात्र विकल्प है कि मताधिकार का उपयोग कर भाजपा के खिलाफ मतदान करें, तभी देश को बचाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच वर्ष में जो सरकार एक राममंदिर नहीं बना पायी, वह देश की जनता का भलाई क्या कर सकती है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ विदेश यात्रा ही करते रहे. नोटबंदी के नाम पर बेरोजगारी बढ़ाई. कल-कारखाने बंद हो गये. हाफ पैंट पहननेवाला आरएसएस अब फुलपैंट पहनने लगा है. भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण 12000 किसानों ने आत्महत्या कर ली.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह की तानाशाही बंगाल में नहीं चलेगी. उन्होंने फिर दोहराया कि इस राज्य में एनआरसी नहीं लागू होगी. असम में एनआरसी के नाम पर हिंदुओं को भी बेदखल कर दिया गया है. 40 लाख बंगालियों का नाम हटा दिये गये हैं.
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच किसानों की मृत्यु पर दो लाख रुपये राज्य सरकार देगी. जनरल केटेगरी के लोगों को स्वामी विवेकानंद योजना के तहत लोन दिया जायेगा. कन्याश्री योजना में साइकिल वितरण जारी है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क चिकित्सा व दवा दी जा रही है. कालना में भी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सरकारी कॉलेज, आइटीआइ कॉलेज खोले गये हैं.
बर्दवान दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रार्थी सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग को जलाने के बाद अब बर्दवान जिले में आग लगाने की कोशिश करने के लिए आये हैं. ऐसे भाजपा प्रार्थी से सावधान होने की जरूरत है.