चोपड़ा : सिलीगुड़ी के एक प्राइवेट अस्पताल में मरणासन्न स्थिति में भर्ती अपने बेटे के लिए रक्तदान करने जा रहे पिता के कान के पास से उपद्रवियों की चलायी गोली गुजर गयी. इसके अलावा पत्थरों की चोट से दो युवक जख्मी हो गये. सभी एक एंबुलेंस में सवार होकर इसलामपुर अस्पताल से सिलीगुड़ी जा रहे थे.
रास्ते में चोपड़ा में यह घटना घटी. हमले की दहशत और बेटे के लिए रक्तदान नहीं कर पाने की विवशता से पिता अली हुसेन रो पड़े. उन्होंने बताया कि वह आसपड़ोस के पांच युवकों को रक्तदान के लिए राजी करके सिलीगुड़ी के एक प्राइवेट अस्पताल ले जा रहे थे. वहां उनका बेटा एक गंभीर बीमारी से जूझते हुए भर्ती है. बुधवार रात को चिकित्सक ने बताया कि बेटे को बचाने के लिए कई यूनिट खून की जरूरत होगी. काफी मुश्किल से वह रक्तदान के लिए पांच लोगों की व्यवस्था कर पाये.
इन्हें लेकर वह जा रहे थे, तभी चोपड़ा में घुसने के साथ बदमाशों ने उनकी एंबुलेंस रोक दी. पिता ने पूरी स्थित बतायी, लेकिन उपद्रवियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ. रोगी को एंबुलेंस के भीतर न पाकर उन्होंने गोली चलानी शुरू कर दी. भीतर बैठे लोग गोली लगने से बाल-बाल बचे की पथराव शुरू हो गया. इसमें दो युवक घायल हो गये. एंबुलेंस चालक बाप्पा राय ने बताया कि बदमाशों ने उसे निशाना बनाकर गोली चलायी. गोली सामने और पीछे का कांच भेदते हुए पीछे की ओर निकल गयी. संयोग से उसके प्राण बच गये. पुलिस ने मामले को देखने का आश्वासन दिया है.