सिलीगुड़ी. डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिये कोलकाता की फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया. वहां से कई अहम सुराग फॉरेंसिक टीम ने जमा किया है. पुलिस इस हत्याकांड को कई दिशाओं से टटोल रही है. घायल व्यवसायी को भी शक के दायरे से बाहर नहीं है. डबल मर्डर का यह मामला त्रिकोण प्रेम प्रसंग की ओर बढ़ता दिख रहा है.
उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार की देर रात सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की न्यू जलपाईगुड़ी थाना अंतर्गत फूलबाड़ी-1 नंबर ग्राम पंचायत के पचकलगुड़ी इलाके में डबल मर्डर की घटना ने सबको दहला दिया था. इस हत्याकांड में मां और दस वर्षीय बेटी की हत्या की गयी थी. जबकि मकान मालिक व पेशे से व्यवसायी अभिनन्दन साहा गंभीर रूप से जख्मी हो गया. उसका इलाज सिलीगुड़ी खालपाड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है. उसके चार वर्षीय बेटे ने बड़ी ही चतुराई का परिचय देते हुए अपनी जान बचायी. डबल मर्डर के इस वारदात ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है. इलाके के लोगों में अभी भी वारदात का खौफ बना हुआ है.
न्यू जलपाईगुड़ी थाने की पुलिस इस डबल मर्डर की जांच कर रही है. शनिवार को कोलकाता फॉरेंसिक विभाग की एक टीम जांच करने के लिए सिलीगुड़ी पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल (व्यवसायी के घर) का बारीकी से जांच किया. व्यवसायी के बयान के मुताबिक घर के कई हिस्सों में लगे खून के सैंपल, सीढ़ी की खड़की से भागने का निशान, खड़की के कांच व अन्य दरवाजे, खिड़कियों पर मौजूद उंगलियों के निशान, चारदीवारी के उस पार हमलावरों के पैरों के निशान आदि का जमा किया. पुलिस सूत्रों के अनुसार घर से पांच से छह लोगों के उंगलियों के निशान पाये गये हैं. वारदात का एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी घायल व्यवसायी अभिनन्दन साहा के बयान के आधार पर पुलिस इस हत्याकांड को कई दिशाओं से टटोल रही है.
यहां बता दे कि हमलावरों से स्वयं को बचाने के लिए व्यवसायी दूसरी मंजिल की बालकनी से कूद गया था. चिल्लाने की आवाज सुनकर उसके घर से सामने उपस्थित स्थानीय लोगों को उसने बताया था कि दुकान बंद कर जब वह घर पहुंचा तो कुछ लोगों को घर में पाया. उस समय हमलावर उसकी पत्नी और बेटी पर मांस काटने वाले चॉपर से हमला कर रहे थे. उन्हें बचाने के दौरान हमलावरों के साथ उसका भी संघर्ष हुआ. जिसमें हमलावरों ने उस पर चॉपर से कई वार किये. जिसके बाद खुद के बचाने के लिये वह बालकनी का दरवाजा बाहर से बंद कर कूद गया.
त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग का लग रहा मामला
जांच में पुलिस को मालूम हुआ कि व्यवसायी रुपये-पैसे को लेकर परेशान था. पुलिस सूत्रों के अनुसार त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग की वजह से भी वारदात होने की संभावना है. कॉल डिटेल्स के मुताबिक एक दूसरी महिला के साथ व्यवसायी का संपर्क इस मामले को एक अलग दिशा भी दे रहा है. इस कोण से भी पुलिस मामले की जांच कर रही है.
व्यवसायी के बयान में गड़बड़ियां
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक की जांच में अभिनंदन साहा वारदात का मुख्य संदिग्ध है. उसके बयान के आधार पर जांच की गयी है. इसमें काफी गड़बड़ दिख रही है. पुलिस को उसके खिलाफ कई सुराग मिले हैं. अभिनंदन साहा के बयान के मुताबिक वह अपनी जान बचाकर बालकनी का दरवाजा बाहर से बंद कर लोगों को बुलाने के लिये हल्ला किया. उसके बाद वह बालकनी से नीचे कूद गया. लेकिन पुलिस को बालकनी का दरवाजा बाहर से बंद करने के लिये कोई कुंडी नहीं मिली. यदि दरवाजा बाहर से बंद नहीं था तो स्थानीय लोगों के की मदद पहले हमलावर दबोच सकता था.उसके मुताबिक हमलावरों की संख्या तीन से चार थी. पत्नी और बेटी को बचाने के दौरान उसका हमलावरों के साथ संघर्ष हुआ, लेकिन वह उनका चेहरा नहीं देख पाया. उसका कहना है कि कमरे में बिजली नहीं थी. यदि कमरे में लाइट नहीं थी और संघर्ष के दौरान वह आरोपियों का चेहरा नहीं देख पाया तो कमरे में दाखिल होते ही उसे यह कैसे पता चला कि उसकी पत्नी और बेटी की हत्या हो चुकी है. दूसरी तरफ सीढ़ी के रौशनदान के बाहरी दीवार पर लगा खून और चहरदीवारी के बाहर पैरों के निशान उसी रास्ते से भागने की ओर इशारा करते हैं. रौशनदान के भीतरी दीवार और कांच पर खून के निशान नहीं पाये गये हैं. जबकि उस रास्ते से भागने के लिये हमलावरों ने रौशनदान का कांच खोला है.
क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर
इस हत्याकांड को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल की बारीकी से जांच की है. फिंगर प्रिंट, खून के सैंपल व पैरों के निशान आदि कई सुराग संग्रह किये गये हैं. जांच में कुछ समय लगेगा. हत्याकांड को लेकर फॉरेंसिक टीम के साथ चरचा हुयी है. हमने अपना संदेह, जांच की दिशा व अन्य जानकारी फॉरेंसिक टीम को दे दी है. आशा है कि गुत्थी जल्द ही सुलझ जायेगी.