उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के सीमावर्ती शहर धारचूला में नेपाल की ओर से किये गए पथराव में चार ट्रकों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए और उनके चालकों को खुद को बचाने के लिए काली नदी में कूदना पड़ा. अधिकारियों ने बताया कि काम के दौरान नेपाल की ओर से अचानक पथराव होने लगा. इस पत्थरबाजी में डंपर क्षतिग्रस्त हो गया और चालक घायल हो गया. वहीं, घटना को लेकर सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता ने कहा है कि हम इसे रोकने के लिए कदम उठाने की मांग करते हैं.
नेपाल की ओर से भारतीय श्रमिकों पर हमला: वहीं, सिंचाई विभाग के एसडीओ फरहान अहमद ने बताया कि शुक्रवार को भी नेपाल की ओर से भारतीय श्रमिकों पर हमला किया गया था. घटना को लेकर अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में काली नदी के किनारे सुरक्षा दीवार बनाने में लगे भारतीय कामगारों के खिलाफ सीमा पार से ऐसे कई हमले किए गए हैं. उन्होंने कहा कि पथराव में दो डंपर और दो टिपर ट्रकों के शीशे टूट गए और ये पथराव गुलेल से किया गया.
काली नदी पर बनायी जा रही दीवार: बता दें, भारत और नेपाल के बीच बहने वाली काली नदी के किनारे धारचूला में सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है. लेकिन नेपाल में कुछ तत्व इसके निर्माण का विरोध कर रहे हैं और निर्माण स्थल पर काम को बाधित करने के लिए भारतीय श्रमिकों पर पथराव कर रहे हैं. वहीं काम कर रहे लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन इस तरह की घटनाओं को नहीं रोकता है तो काम जारी रखना मुश्किल होगा.
भारत ले सकता है कड़ा एक्शन: घटना को लेकर धारचूला एसडीएम दिवेश शाशनी ने बताया कि जिलाधिकारी को घटना की जानकारी दे दी है. अब अगर भविष्य में ऐसी घटनाएं होती हैं तो भारतीय अधिकारी अपने नेपाली समकक्षों के साथ इस मामले को उठाएंगे. वहीं, धारचूला नगर पालिका पार्षद प्रेमा कुटियाल ने कहा, वे हमारे धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं. अगर ऐसी घटनाएं जारी रहती हैं, तो हमें नेपाली नागरिकों को भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए काली नदी पर सीमा पुल को बंद करना होगा.